जबलपुर। किसानों के बाद अब व्यापारी भी केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे भारत बंद को जबलपुर में भी समर्थन मिला. जबलपुर में भी भारत बंद का असर देखने को मिला. दरअसल आज कारोबारियों ने जीएसटी के सरलीकरण और ऑनलाइन व्यापार के विरोध में भारत बंद का आवाहन किया था. जिसका व्यापार जगत के लोगों ने समर्थन किया है.
जीएसटी से परेशान व्यापारियों की मांग है कि वे टैक्स देने से मना नहीं करते हैं. लेकिन टैक्स देने का जो तरीका है, वह बहुत ही परेशान करने वाला है. साल भर में 26 बार जीएसटी भरना पड़ता है. इसमें व्यापारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. व्यापार से ज्यादा जीएसटी से परेशान हैं. व्यापारियों का कहना है कि अगर इसमें थोड़ी सी भी गड़बड़ी हो जाती है तो कारोबारी और चार्टर्ड अकाउंटेंट दोनों को जेल हो सकती है. इसलिए इसमें गड़बड़ी की गुंजाइश ना हो इसलिए पूरा ध्यान टैक्स भरने में लगा रहता है सरकार को इसका सरलीकरण करना चाहिए.
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ऑनलाइन व्यापार से परेशानी
जबलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रवि गुप्ता का कहना है कि ऑनलाइन व्यापार में छोटे कारोबारियों को सड़क पर ला दिया है. लोगों को ऑनलाइन पर चीजें सस्ती मिलती हैं, इसलिए वे स्थानीय बाजार से सामान खरीदने की बजाय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जाकर सामान खरीदते हैं. ज्यादा बड़ी कंपनियां छोटे बाजारों को खत्म करने के लिए लागत मूल्य से कम पर सामान बेच रही हैं. जिससे स्थानीय बाजार खत्म हो जाए और बाद में भी अपनी मोनोपली चला सके. समस्या यह है कि सरकार उनकी मदद कर रही है और छोटे व्यापारियों को परेशान कर रही है. इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए, यह व्यापारियों की दूसरी मांग थी.
परेशान व्यापारिक संगठनों ने जबलपुर के बड़ा फुहारा इलाके से एक जुलूस निकाला. जो सिविक सेंटर में जाकर खत्म हुआ. इसके बाद एडिशनल कलेक्टर के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपा गया. व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार नहीं मानी तो अब की बार 1 साल तक टैक्स ना देने का आंदोलन चलाया जाएगा.