जबलपुर। कोरोना वायरस के संकट काल में डॉक्टरों ने जान खतरे में डालकर लोगों की जान बचाई है. सफाई कर्मचारियों ने भी जान जोखिम में डालकर उन इलाकों में सफाई की है, जहां संक्रमण फैला था. पुलिस अभी भी उन इलाकों में ड्यूटी कर रही है, जहां कोरोना पैर पसार रहा है. इन विभागों ने सरकार का भरोसा बढ़ाया है, लेकिन शिक्षक अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं. जबलपुर में 12वीं क्लास की परीक्षाओं की कॉपियां जांची जानी हैं लेकिन टीचर कॉपी जांचने नहीं जा रहे हैं, जिससे इसका असर रिजल्ट पर पड़ सकता है.
जबलपुर में करीब 35 हजार कॉपियों को चेक करना है और सिर्फ चार दिन का समय है. 12वीं का रिजल्ट 30 जून के पहले घोषित करना है, जिससे पास हुए छात्र उच्च शिक्षा के लिए कॉलेजों में एडमिशन ले सकें. यदि रिजल्ट लेट हुआ तो आगे का सत्र भी लेट हो जाएगा. इस परीक्षा का परिणाम समय पर आना जरूरी है. जबलपुर के MLB स्कूल में 12वीं परीक्षा की कॉपियों के जांचने का काम चल रहा है और स्कूल में 250 टीचरों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन सौ से ज्यादा टीचर कॉपी जांचने नहीं आ रहे हैं.
स्कूल में सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शिक्षकों को कॉपियां जांचना है. इस काम के लिए टीचर को सैलरी के अलावा 13 रुपए प्रति कॉपी मिलेगी, फिर भी टीचर अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझ रहे हैं. जिला शिक्षा अधिकारी अनुपस्थित टीचरों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. लॉकडाउन की वजह से टीचरों ने कोई काम नहीं किया है, लेकिन सैलरी पूरी ली है. इतने सुरक्षित वातावरण में भी जब शिक्षक कॉपियां जांचने नहीं आ रहे हैं तो स्कूल खुलने पर क्या हाल होगा.