जबलपुर। देश और प्रदेश में कोरोना वायरस से लड़ाई हर मोर्चे पर जारी है, जिसके लिए प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील कर रहा है. वहीं नरसिंहपुर जिले के एक छात्र ने कोरोना वायरस को मारने वाली मशीन बनाने का दावा किया है. जिसके संबंध में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय माइक्रोबायोलॉजी साइंस विभाग के डीन का कहना है कि, इस मशीन का परीक्षण किया जाना चाहिए.
बंद कमरे की बैक्टिरिया को मशीन करेगी खत्म
नरसिंहपुर जिले के करेली कस्बे के एक छात्र ने एक मशीन बनाई है, जो हवा से किसी भी किस्म के बॉयोलॉजिकल पार्टिकल्स को आयोडाइजेशन के जरिए खत्म कर देती है. छात्र का नाम अभिषेक मुद्गल है. अभिषेक का दावा है कि, किसी भी बंद कमरे में अगर कोई बैक्टीरिया या वायरस है, तो ये मशीन उसे खत्म कर सकती है. जिसे एक बंद चेंबर पर मशीन का प्रयोग करके अभिषेक ने दिखाया है.
मशीन का वायरोलॉजी लैब में होना चाहिए टेस्ट
इस मॉडल के संबंध में जबलपुर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डीन डॉक्टर एसएस संधू कहना है कि, ये प्रोटोटाइप कारगर साबित हो सकता है. छात्र की कोशिश सराहनीय है और इस मशीन को एक बार वायरोलॉजी लैब में टेस्ट करना चाहिए.
अभिषेक नरसिंगपुर जिले के एक छोटे से कस्बे करेली में रहता है, यहां से उनको अपने प्रोटोटाइप को बड़ी वायरोलॉजी लैब तक पहुंचाना कठिन है. इसलिए अगर प्रशासन इसकी मदद के लिए आगे आता है तो, इस मशीन का टेस्ट किया जा सकता है, अगर ये मशीन कारगर साबित होती है तो, इसकी मदद से कम से कम ऑफिसों, अस्पतालों और क्लासरूम को सुरक्षित किया जा सकता है.