भोपाल/जबलपुर| एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर आज मध्य प्रदेश के लगभग 98 हजार वकील हड़ताल पर रहे. जबलपुर हाई कोर्ट में कोई भी वकील अदालत में पैरवी करने के लिए नहीं गया. इसकी वजह से अदालत में कामकाज के लिए आए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. भोपाल में वकीलों द्वारा एक दिवसीय शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया, जिसमें वकीलों ने सरकार से एक बार फिर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की है.
जबलपुर हाईकोर्ट में काम रहा ढप
वकील बार काउंसिल ऑफ मध्यप्रदेश की अगुवाई में हड़ताल पर थे. बार काउंसिल के सदस्य आरके सिंह सैनी का कहना है की अदालत सुरक्षित नहीं है. वकील जिन मामलों की पैरवी करते हैं उसमें कई गुंडे किस्म के लोगों के खिलाफ भी पैरवी करना पड़ता है और ये लोग वकीलों को धमकाते हैं. वकीलों की मांग है की एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए. पिछले सरकार में भी वादा किया था इसका ड्राफ्ट भी बना लिया गया था, लेकिन ये लागू नहीं किया गया. मध्य प्रदेश की वर्तमान कमलनाथ सरकार ने अपने घोषणा पत्र में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की बात कही थी. लेकिन ये सरकार भी मौन है. वकीलों की हड़ताल की वजह से पूरे प्रदेश की न्याय प्रक्रिया 1 दिन के लिए रुक गई.
भोपाल में वकीलों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन
प्रदेश भर की अदालतों में आज काम बंद कर वकीलों द्वारा प्रतिभा दिवस मनाया गया. एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने के लंबे समय से चल रही मांग को लेकर आज वकीलों द्वारा एक दिवसीय शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. यूपी बार काउंसिल के चेयरमैन दरवेश यादव की हत्या के बाद से वकीलों में आक्रोश है. वकीलों की मांग है कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को जल्द लागू किया जाए. जिसको लेकर वकील पिछले कुछ सालों से स्ट्राइक कर रहे हैं. लेकिन सरकार उनकी मांगों को संज्ञान में नहीं ले रही.