जबलपुर। जिले के कैंट विधानसभा के बड़ा पत्थर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए स्मृति ईरानी जबलपुर आईं. उन्होंने अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के भाषण पर अब तक इंडिया एलाइंस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस मामले में कांग्रेस को भी अपना जवाब देना चाहिए कि वह इतने संवेदनशील मुद्दे पर आखिर चुप क्यों हैं.
स्मृति ने किया नीतीश का जिक्र: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में महिलाओं के संबंध में जो भाषण दिया. वह अब धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के लिए हथियार बनता जा रहा है. जबलपुर में कैंट विधानसभा में प्रचार करने आईं बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने चुनावी सभा में नीतीश कुमार के भाषण का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर जिस तरह का भाषण दिया है, वह उसे दोहरा नहीं सकती. नीतीश कुमार के भाषण के बाद इंडिया एलायंस की ओर से अब तक इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं आई है. वहीं कांग्रेस ने भी इस मामले में अपनी राय जाहिर नहीं की है. स्मृति ईरानी ने कांग्रेस से मांग की है की 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आखिर वह इस मामले में चुप क्यों है.
कांग्रेस पर बोली स्मृति ईरानी: स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस भी महिलाओं को लेकर ऐसी अभद्र टिप्पणियां करती रही है. उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि यहां महिलाओं को माल कहा जाता है. स्मृति ईरानी कैंट विधानसभा में हर बार चुनावी सभा लेने के लिए आती हैं. वह यहां सबसे पहले ईश्वर दास रोहिणी का चुनाव प्रचार करने के लिए भी आई थीं. उसके बाद से यह चौथा विधानसभा चुनाव है. जिसमें स्मृति ईरानी ने कैंट विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट मांगा है.
सिलेंडर पर स्मृति का बयान: यहां एक बार फिर स्मृति ईरानी अपना झूठा दोहराते हुए नजर आई. जिसमें उन्होंने कहा कि 2014 जनवरी में जिस वक्त कांग्रेस की सरकार थी, उस दौरान रसोई गैस का सिलेंडर 1240 रुपए में मिलता था. जबकि सभी को पता है की रसोई गैस का सिलेंडर इतना महंगा कभी नहीं रहा. एलपीजी जितनी महंगी थी, इतनी महंगी कभी नहीं रही. जबकि बीजेपी के शासनकाल में रसोई गैस 450 रुपए में मिल रहा है. इसलिए 450 में रसोई गैस चाहिए तो बीजेपी को वोट दें. बता दें स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में एक भी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं लिया. केंद्र की मोदी सरकार के नाम पर जनता से वोट मांगे. स्मृति ईरानी और भारतीय जनता पार्टी के नेता विधानसभा चुनाव में भी राम मंदिर का जिक्र जरूर कर रहे हैं.