जबलपुर। रामायण से ज्यादा दुनिया में कोई भी वित्त नहीं है, सबसे श्रेष्ठ कोई वित्त है,और सबसे श्रेष्ठ कोई धन है तो वो रामायण है. ये कहना है कथावाचक मोरारी बापू का. संस्कारधानी जबलपुर में दूसरी बार हो रही वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस के समापन दिवस पर कथावाचक मोरारी बापू पहुंचे. जहां उन्होंने रामायण के प्रति अपनी श्रद्धा और उनका अलग-अलग तरह से बखान करने वालों को सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में अमेरिका,थाईलैंड सहित भारत के लोग भी शामिल हैं.
पहली बार जबलपुर पहुंचे कथावाचक मोरारी बापू ने कहा कि वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस में कुछ समय का साक्षी बनने का जो उन्हें सौभाग्य मिला है. वो उन्हें हमेशा याद रहेगा. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से सुनता आ रहा हूं कि रामायण को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक विभाग खोल रहा है और भगवान राम का वैश्विक बनाया है. ऐसी सरकार अगर भगवान राम की पूजा स्वयं करें तो ये बहुत ही आनंद की बात है.
मोरारी बापू ने कहा कि आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ को शामिल होना था पर वो नहीं आ पाए पर, उन्होंने अपना प्रतिनिधि बनाकर वित्त मंत्री तरुण भनोत को भेजा और अगर वित्तमंत्री स्वयं कार्यक्रम में आते हैं तो इससे बढ़कर कुछ नहीं क्योंकि सबसे बड़ा कुछ वित्त है तो वो रामायण है.
मोरारी बापू ने ये भी कहा कि जबलपुर रामचरित मानस में इतनी रुचि ले रहा है. ये देखकर मन लालायित हो रहा है. संत मोरारी बापू ने वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर 'शब्द मानस' पुस्तक का विमोचन भी किया. वर्ल्ड रामायण कॉन्फ्रेंस में मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट, सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया,विधायक अजय विश्नोई,महापौर स्वाति गोडबोले सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.