ETV Bharat / state

नर्मदा में सैकड़ों को डूबने से बचाया, राष्ट्रपति से सम्मान भी मिला, 15 साल से सरकारी नौकरी का इंतजार

जबलपुर के संजय बर्मन सालों से नर्मदा में डूब रहे ना जाने कितने लोगों की जान बचाई होगी. राष्ट्रपति ने भी उनके इस काम को सम्मानित किया. तत्कालीन सीएम उमा भारती ने तो नौकरी का भी वादा कर दिया था. लेकिन 15 साल बाद भी संजय को नौकरी नहीं मिला.

sailor honored with president award waiting for job for 15 years in jabalpur
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नाविक को 15 साल से नौकरी का इंतजार
author img

By

Published : Jan 2, 2020, 7:38 PM IST

जबलपुर। प्रदेश में तीन मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी सरकार का दिया आश्वसन आज तक पूरा नहीं हो पाया. जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने संजय बर्मन को सरकारी नौकरी देने का आश्वसन दिया था. संजय अब तक सैकड़ों लोगों को नर्मदा में डूबने से बचा चुके हैं. जिसको देखते हुए तत्कालीन सीएम उमा भारती ने उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वसान दिया था. लेकिन साल बीतने के साथ ही नौकरी का इंतजार बढ़ता गया और अब 15 साल हो गए हैं लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली.

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नाविक को 15 साल से नौकरी का इंतजार

बहादुरी के लिए मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार

नाविक संजय बर्मन को उनकी बहादुरी के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है. इसी दौरान तत्कालीन सीएम उमा भारती ने संजय को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रक्रिया भी शुरू की गई,फाइल भी बनी. लेकिन ये फाइल सरकारी दफ्तरों में दबकर रह गई.

वित्त मंत्री से लगाई गुहार

संजय वर्मन ने बताया नौकरी के लिए फाइल लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्रियों तक गुहार लगा चुके हैं. सीएम उमा भारती का आदेश भी बताया पर नौकरी नहीं मिल सकी है. 15 साल बाद सरकार बदली है. प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट जबलपुर के ही हैं, तो एक बार फिर संजय ने नौकरी के लिए वित्त मंत्री के यहां अर्जी लगाई है. अब देखना होगा कि क्या सरकार बदलने के बाद संजय बर्मन के दिन भी बदलते है या फिर ऐसे ही नाव चलाकर अपने परिवार को पालना होगा.

जबलपुर। प्रदेश में तीन मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी सरकार का दिया आश्वसन आज तक पूरा नहीं हो पाया. जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने संजय बर्मन को सरकारी नौकरी देने का आश्वसन दिया था. संजय अब तक सैकड़ों लोगों को नर्मदा में डूबने से बचा चुके हैं. जिसको देखते हुए तत्कालीन सीएम उमा भारती ने उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वसान दिया था. लेकिन साल बीतने के साथ ही नौकरी का इंतजार बढ़ता गया और अब 15 साल हो गए हैं लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली.

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नाविक को 15 साल से नौकरी का इंतजार

बहादुरी के लिए मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार

नाविक संजय बर्मन को उनकी बहादुरी के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है. इसी दौरान तत्कालीन सीएम उमा भारती ने संजय को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रक्रिया भी शुरू की गई,फाइल भी बनी. लेकिन ये फाइल सरकारी दफ्तरों में दबकर रह गई.

वित्त मंत्री से लगाई गुहार

संजय वर्मन ने बताया नौकरी के लिए फाइल लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्रियों तक गुहार लगा चुके हैं. सीएम उमा भारती का आदेश भी बताया पर नौकरी नहीं मिल सकी है. 15 साल बाद सरकार बदली है. प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट जबलपुर के ही हैं, तो एक बार फिर संजय ने नौकरी के लिए वित्त मंत्री के यहां अर्जी लगाई है. अब देखना होगा कि क्या सरकार बदलने के बाद संजय बर्मन के दिन भी बदलते है या फिर ऐसे ही नाव चलाकर अपने परिवार को पालना होगा.

Intro:जबलपुर
मां नर्मदा की गोद में बीते 25 सालों से नाव चला कर सैकड़ों लोगों की जान बचाने वाले नाविक को आज भी इंतजार है कि उसे सरकारी नोकरी मिलेगी।


Body:बीते 15 सालों में कितने मुख्यमंत्री बदल गए पर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त नाविक संजय बर्मन की किसी ने भी सुध नहीं ली । दर्शल संजय बर्मन को तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने माँ नर्मदा में लोगो को डूबने से बचाने पर राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा था।साथ ही इलान किया था कि संजय को सरकारी नोकरी दी जाए।मुख्यमंत्री के निर्देश पर संजय को सरकारी नोकरी दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू की गई,फाइल भी बनी पर वो फाइल सिर्फ विभाग में ही दबकर रह गई।



Conclusion:संजय बर्मन ने बताया अपनी नोकरी के लिए फाइल लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्रियों तक के चक्कर काटे, मुख्यमंत्री उमा भारती का आदेश भी बताया पर नोकरी नही मिली।बीते 15 साल बाद अब सरकार बदली है और प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट जबलपुर के है तो एक बार फिर उसने अपनी नोकरी के लिए वित्त मंत्री के सामने अर्जी लगाई है।अब देखना होगा कि क्या सरकार बदलने के बाद संजय बर्मन के दिन भी बदलते है या फिर उसे ऐसे ही नाव चलाकर अपने परिवार को पालना होगा।
1-2-1
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.