रीवा: नए साल के पहले ही दिन रीवा के मऊगंज जिले से भ्रष्टाचार से जुड़ा एक मामला सामने आया है. लोकायुक्त पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए मऊगंज के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ लेखापाल (बड़े बाबू) को गिरफ्तार किया है. उन पर 6 लाख रुपए से अधिक की रिश्वत लेने का आरोप है. शिकायतकर्ता का कहना है कि बड़े बाबू ने 12 लाख 70 हजार रुपए एरियर्स और अर्जित अवकाश की राशि का भुगतान करने एवज में 50 प्रतिशत राशि की डिमांड की गई थी."
लेखपाल ने 6 लाख से अधिक की मांगी थी रिश्वत
बड़े बाबू की डिमांड से परेशान होकर शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की थी. जिसका लोकायुक्त पुलिस ने सत्यापन किया, तो मामला सही पाया गया. जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को शिकायतकर्ता को 5 लाख 40 हजार का चेक और 50 हजार कैश लेकर बड़े बाबू के पास भेजा. जैसे ही बड़े बाबू रिश्वत के पैसे ले रहे थे, तभी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से 5 लाख 40 हजार का चेक और 50 हजार कैश बरामद किया गया है.
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लोकायुक्त ने लेखापाल को किया गिरफ्तार
लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने बताया कि "मऊगंज के वार्ड क्रमांक 7 चक्र भाटी क्षेत्र के निवासी रिटायर्ड प्रधानाध्यापक राम निहोर साकेत कई दिनों से मऊगंज विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कार काट रहे थे. बड़े बाबू राजाराम गुप्ता ने उनका काम करवाने के बदले में 6 लाख 35 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी. जिसकी पीड़ित ने लोकायुक्त में शिकायत की थी. इस पर कार्रवाई करते हुए बड़े बाबू को गिरफ्तार किया है. बता दें कि शिकायत का सत्यापन लोकायुक्त संभाग रीवा के प्रभारी पुलिस अधीक्षक योगेश्वर शर्मा द्वारा कराया गया था.