जबलपुर। आरपीएफ पुलिस ने स्टेट पुलिस की मदद से एक शातिर रेल पटरी चोर के गिरोह का खुलासा किया है. इस गिरोह के तार मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों से जुड़े हुए हैं, ये गिरोह घटना को इस तरह से अंजाम दिया करता था, जिसे कभी कोई सोच भी नहीं सकता. इसका सरगना विनोद मराठा है जोकि छत्तीसगढ़ का रहने वाला है.
रायपुर-भिलाई में बेचा करते थे रेल पटरी
चोर रेल पटरी चोरी करने के बाद उसे रायपुर-भिलाई में स्टील कंपनियों को बेचा करता था. मराठा रेल पटरी चोरी के खेल में करीब 15-20 साल से लिप्त है, पश्चिम मध्य रेल्वे आरपीएफ ने आरोपी के ऊपर चोरी के करीब तीस से ज्यादा केस रजिस्टर्ड किए हैं. इस मामले में कई बड़ी स्टील कंपनियो के नाम सामने आए हैं, जिसकी जांच आरपीएफ के साथ साथ स्टेट पुलिस कर रही है.
आरपीएफ सहित स्टेट पुलिस को थी तलाश
पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ राहुल जयपुरिया ने बताया कि रेल पटरी चोर की न सिर्फ डब्ल्यूसीआर को बल्कि एसएससीआर समेत दो अन्य जॉन की आरपीएफ और स्टेट पुलिस को तलाश थी, आखिरकार डब्ल्यूसीआर आरपीएफ ने मार्च में साइबर सेल की मदद से विनोद को गिरफ्तार कर लिया.