जबलपुर। कृषि कानूनों के विरोध में करीब 80 दिनों से देश की राजधानी में आंदोलन चल रहा है. इस बीच कई बार किसान और केंद्र सरकार की वार्ता भी हुई, लेकिन परिणाम कुछ नजर नहीं आया. इधर अब किसानो ने केंद्र सरकार के खिलाफ रेल रोको आंदोलन करने की ठानी है, जिसका असर मध्यप्रदेश में भी कुछ हद तक देखा जा रहा है. पश्चिम मध्य रेलवे ने भी रेल रोको आंदोलन को लेकर अपनी तैयारी कर ली है.
आसपास के स्टेशनों में RPF और GRP हुई तैनात
किसी भी तरह से किसान रेल रोको आंदोलन को सफल ना बना पाएं इसके लिए जीआरपी और आरपीएफ पुलिस स्टेशनों में तैनात की गई है. इसके अलावा स्टेशन के आउटर पर भी जीआरपी ने निगरानी बनाकर रखी हुई है. जबलपुर स्टेशन में भी गुरूवार सुबह से ही आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात हैं. इसके अलावा स्टेशन के अंदर आने जाने वाले गेटो को भी बंद कर दिया गया है.
सिर्फ मुख्य द्वार से ही यात्रियों को प्रवेश
किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर जीआरपी और आरपीएफ का बल स्टेशन के अंदर और बाहर तैनात है. इसके अलावा लगातार रेलवे ट्रैक पर भी पुलिस के जवान सघन चेकिंग कर रहे हैं. पुलिस का मानना है कि किसी भी कीमत में रेल रोको आंदोलन को सफल नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही अगर कोई प्रदर्शनकारी स्टेशन के भीतर घुसने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ वैज्ञानिक कार्यवाही भी की जाएगी, वहीं यात्रियों को भी केवल मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है.
![rail roko andolan in Jabalpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10677623_thu.jpg)
RPF और GRP तैनात
जबलपुर मुख्य रेलवे स्टेशन सहित सिहोरा, अधारताल, मदन महल ,गोसलपुर सहित अन्य स्टेशनों में आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात हैं. किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर तुरंत ही वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी जाएगी. इसके साथ ही आरपीएफ कमांडेंट अरुण द्विवेदी भी कंट्रोल रूम से इस रेल रोको आंदोलन पर नजर बनाए हुए हैं.