ETV Bharat / state

दुष्कर्म को आरोप में वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति को राहत, पुलिस जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं

पुलिस की जांच में वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीडी जुयाल पर लगे दुष्कर्म के आरोपों को पुलिस ने खारिज कर दिया है.

पुलिस ने जांच में कुलपति पर लगे ऐआरोपों को खारिज कर दिया
author img

By

Published : Sep 5, 2019, 11:54 PM IST

जबलपुर। दुष्कर्म के आरोपों में फंसे वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीडी जुयाल को पुलिस जांच में बड़ी राहत मिली है. पुलिस जांच में महिला के द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई, और लंबी जांच के बाद पुलिस ने प्रकरण खारिज कर दिया. अब पुलिस झूठी शिकायत दर्ज करने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की कवायद में जुट गई है.

पुलिस ने जांच में कुलपति पर लगे ऐआरोपों को खारिज कर दिया

जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक कुलपति डॉ प्रयागदत्त जुयाल के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर 25 जून को सिविल लाइन थाने में बलात्कार, एससी- एसटी और आईटी की अलग-अलग धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था. सिविल लाइन थाने से जांच अजाक डीएसपी सुरेखा परमार को सौंपी गई थी. जांच टीम ने महिला के बयानों के साथ ही उस होटल में भी छानबीन की जहां महिला ने कथित बलात्कार का होना पुलिस को बताया था. डीएसपी की जांच रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि महिला के बयान विरोधाभासी हैं. होटल से वीडियो फुटेज और वहां के कर्मियों के बयान ने भी पुष्टि की है कि महिला के आरोप गलत है.

गौरतलब है की 25 जून को हाईकोर्ट के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में कुलपति पीडी जुयाल के खिलाफ बलात्कार, एससी-एसटी एक्ट व आईटी एक्ट की धाराओं में शिकायत दर्ज कराई गई थी. महिला ने कुलपती पर नौकरी दिलाने के बहाने शारीरिक शोषण किया का आरोप लगाया था. जिसते बाद प्रकरण आजाक थाने को ट्रांसफर कर दिया गया.

जबलपुर। दुष्कर्म के आरोपों में फंसे वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीडी जुयाल को पुलिस जांच में बड़ी राहत मिली है. पुलिस जांच में महिला के द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई, और लंबी जांच के बाद पुलिस ने प्रकरण खारिज कर दिया. अब पुलिस झूठी शिकायत दर्ज करने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की कवायद में जुट गई है.

पुलिस ने जांच में कुलपति पर लगे ऐआरोपों को खारिज कर दिया

जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक कुलपति डॉ प्रयागदत्त जुयाल के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर 25 जून को सिविल लाइन थाने में बलात्कार, एससी- एसटी और आईटी की अलग-अलग धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था. सिविल लाइन थाने से जांच अजाक डीएसपी सुरेखा परमार को सौंपी गई थी. जांच टीम ने महिला के बयानों के साथ ही उस होटल में भी छानबीन की जहां महिला ने कथित बलात्कार का होना पुलिस को बताया था. डीएसपी की जांच रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि महिला के बयान विरोधाभासी हैं. होटल से वीडियो फुटेज और वहां के कर्मियों के बयान ने भी पुष्टि की है कि महिला के आरोप गलत है.

गौरतलब है की 25 जून को हाईकोर्ट के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में कुलपति पीडी जुयाल के खिलाफ बलात्कार, एससी-एसटी एक्ट व आईटी एक्ट की धाराओं में शिकायत दर्ज कराई गई थी. महिला ने कुलपती पर नौकरी दिलाने के बहाने शारीरिक शोषण किया का आरोप लगाया था. जिसते बाद प्रकरण आजाक थाने को ट्रांसफर कर दिया गया.

Intro:जबलपुर
बलात्कार के आरोपों में फंसे वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीडी जुयाल को पुलिस जांच में बड़ी राहत मिली है। पुलिस जांच में महिला के द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हुई और लंबी जांच के बाद पुलिस ने प्रकरण में ख़ारजी लगा दी अब पुलिस झूठी शिकायत दर्ज करने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की कवायद में जुट गई है।


Body:जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक कुलपति डॉ प्रयागदत्त जुयाल के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर 25 जून को सिविल लाइन थाने में बलात्कार सहित sc-st व आईटी की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था। सिविल लाइन थाने से जांच अजाक डीएसपी सुरेखा परमार को सौंपी गई।जांच टीम ने महिला के बयानों के साथ ही उस होटल में भी छानबीन की जहां महिला ने कथित बलात्कार का होना पुलिस को बताया था। डीएसपी की जांच रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि महिला के बयान विरोधाभासी है। होटल से वीडियो फुटेज और वहां के कर्मियों के बयान ने भी पुष्टि की है कि महिला के आरोप गलत है।


Conclusion:हम आपको बता दें कि 25 जून को हाईकोर्ट के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में कुलपति पीडी जुयाल के खिलाफ बलात्कार, एससी एसटी एक्ट व आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने जो कुलपति पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने नौकरी दिलाने के नाम पर उसका शारीरिक शोषण किया है। बाद में प्रकरण आजाक थाने को ट्रांसफर कर दिया गया ।
बाईट.1-अमित सिंह......एसपी,जबलपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.