जबलपुर। दुष्कर्म के आरोपों में फंसे वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीडी जुयाल को पुलिस जांच में बड़ी राहत मिली है. पुलिस जांच में महिला के द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई, और लंबी जांच के बाद पुलिस ने प्रकरण खारिज कर दिया. अब पुलिस झूठी शिकायत दर्ज करने वाली महिला के खिलाफ कार्रवाई करने की कवायद में जुट गई है.
जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक कुलपति डॉ प्रयागदत्त जुयाल के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर 25 जून को सिविल लाइन थाने में बलात्कार, एससी- एसटी और आईटी की अलग-अलग धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था. सिविल लाइन थाने से जांच अजाक डीएसपी सुरेखा परमार को सौंपी गई थी. जांच टीम ने महिला के बयानों के साथ ही उस होटल में भी छानबीन की जहां महिला ने कथित बलात्कार का होना पुलिस को बताया था. डीएसपी की जांच रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि महिला के बयान विरोधाभासी हैं. होटल से वीडियो फुटेज और वहां के कर्मियों के बयान ने भी पुष्टि की है कि महिला के आरोप गलत है.
गौरतलब है की 25 जून को हाईकोर्ट के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में कुलपति पीडी जुयाल के खिलाफ बलात्कार, एससी-एसटी एक्ट व आईटी एक्ट की धाराओं में शिकायत दर्ज कराई गई थी. महिला ने कुलपती पर नौकरी दिलाने के बहाने शारीरिक शोषण किया का आरोप लगाया था. जिसते बाद प्रकरण आजाक थाने को ट्रांसफर कर दिया गया.