जबलपुर।कोरोना ने हर क्षेत्र में प्रभाव डाला है, कोरोना से लाखों लोग बेरोजगार हुए हैं. लेकिन केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना एक नई उम्मीद जगा रही है. बता दें कि इस योजना के तहत हितग्राहियों को 25 लाख तक का लोन दिया जाता है, जिस पर 25 से लेकर 35 प्रतिशत तक सब्सिडी भी दी जाती है और इस योजना का लाभ पाना भी आसान है, सिर्फ 3 से 4 दस्तावेज ऑनलाइन जमा करने होते हैं और आपको बैंक लोन जारी कर देता है.लेकिन इसमें एक शर्त भी है कि आपको 3 साल बाद सब्सिडी तभी मिलेगी जब आप दूसरों को रोजगार देते हैं. इसे लेकर सरकार निगरानी भी लगातार करती है. बता दें कि इस साल इस योजना के तहत जबलपुर जिले में 52 हितग्राहियों को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है.
सरकार 25 % तक देती है सब्सिडी
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत जबलपुर में 52 हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, इसके तहत आठवीं पास हितग्राही ऑनलाइन फॉर्म भरकर बैंक से ऋण प्राप्त कर सकते हैं और सरकार उद्योग चलाने के लिए सब्सिडी भी देगी, अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में 15 से लेकर 35% तक की सब्सिडी देने की व्यवस्था है
रोजगार को बढ़ावा देने के लिए रखी गई है शर्त
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन के तहत 25 लाख तक के उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं, इन उद्योगों में सरकार की ओर से एक ही शर्त होती है कि उद्योग के जरिए रोजगार का सृजन होना चाहिए, सब्सिडी भी 3 साल बाद दी जाती है, 3 साल तक उद्योग, व्यापार की लगातार सरकार की ओर से मॉनिटरिंग की जाती है, इसके बाद ही सब्सिडी जारी की जाती है.
योजना के लाभ के लिए करें ऑनलाइन आवेदन
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको दफ्तर दफ्तर चक्कर लगाने की जरुरत नहीं है. इसके लिए सिम्पल स्टेप फॉलो करना होता है, दो वेबसाइट हैं एक kvic.org.com और दूसरी msme.gov.in , इन वेबसाइट पर जाकर आपको 3 से 4 दस्तावेजों की डिमांड की जाती है, आपसे आपके प्लान की डिटेल मांगी जाती है और ऑनलाइन ही आपके डॉक्यूमेंट बेरिफाई करने के बाद आपको लोन दे दिया जाता है.
उद्योग अधिकारी देवव्रत मिश्रा ने क्या कहा?
10 साल से चल रही इस योजना का लाभ अभी तक सैकड़ों लोग उठा चुके हैं और रोजगार पाने के साथ लोगों को रोजगार दे रहे हैं, उद्योग अधिकारी देवव्रत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कई लोगों ने इस योजना का लाभ लिया और मुनाफा कमाने के साथ लोगों को भी रोजगार दिया, इस साल भी 52 लोगों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे लेकर संबंधित बैंकों को भी निर्देशित कर दिया गया है.
रोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे-सीएम शिवराज
हाल ही में सीएम शिवराज ने रोजगार को लेकर कहा था कि COVID19 काल में सबसे ज़्यादा प्रभाव रोज़गार के अवसरों पर पड़ा है. दूसरी लहर के बीच भी हमने लगातार कोशिश की. स्ट्रीटवेंडर्स, भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल के मजदूर और किसानों के खातों में हमने राशि डाली, लेकिन केवल राशि डालना ही समाधान नहीं है, रोज़गार के अवसर बढ़ाने होंगे.साथ ही सीएम ने कहा था कि स्ट्रीट वेंडर योजना चालू है और जारी रहेगी, लोगों को बिना गारंट के 10 हजार रुपये का लोन मिले ये पूरा प्रयास है, इसके साथ ही सरकारी नौकरियों में भी भर्ती की जा रही हैं.शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जो रुकी हुई थी उसे भी शुरू कर दिया है जिससे शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो और लोगों को रोजगार भी मिले.
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#COVID19 काल में सबसे ज़्यादा प्रभाव रोज़गार के अवसरों पर पड़ा है। यद्यपि इस दूसरी लहर के बीच भी हमने लगातार कोशिश की। स्ट्रीटवेंडर्स, भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल के मजदूर और किसानों के खातों में हमने राशि डाली लेकिन केवल राशि डालना ही समाधान नहीं है, रोज़गार के अवसर बढ़ाने होंगे। pic.twitter.com/gbJtIJuAeX
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 7, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 7, 2021#COVID19 काल में सबसे ज़्यादा प्रभाव रोज़गार के अवसरों पर पड़ा है। यद्यपि इस दूसरी लहर के बीच भी हमने लगातार कोशिश की। स्ट्रीटवेंडर्स, भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल के मजदूर और किसानों के खातों में हमने राशि डाली लेकिन केवल राशि डालना ही समाधान नहीं है, रोज़गार के अवसर बढ़ाने होंगे। pic.twitter.com/gbJtIJuAeX
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 7, 2021
रोजगार मेले का आयोजन, 298 युवाओं को मिली नौकरी
कोरोनावायरस की आर्थिक मंदी ने कई लोगों को बेरोजगार कर दिया है, बहुत सारे लोगों की नौकरियां छूट गई हैं और वे यदि कोई उद्योग लगाना भी चाहते हैं तो उनके पास पैसा नहीं है, राज्य सरकार के व्यापार और उद्योग को सहयोग करने वाली तमाम योजनाएं बंद पड़ी हैं, लेकिन उद्योग का जोखिम उठाने के लिए तैयार लोगों के लिए केंद्र सरकार की ये योजना पॉजिटिव रास्ता दिखाने का काम कर रही है.