जबलपुर। गुरुवार देर रात जबलपुर के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो जाने से 5 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है. लेकिन इसी निजी अस्पताल में 50 से ज्यादा मरीजों की जान भी पुलिस ने बचाई है. दरअसल ऑक्सीजन खत्म होने की सूचना लगते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची थी. इस टीम ने तेजी से काम करते हुए अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई शुरू करवाई वरना मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता था.
पुलिसकर्मियों की तत्परता से बची जान
जबलपुर कोतवाली इलाके के सीएसपी दीपक मिश्रा ने बीती रात की जो कहानी बताई वो सुनकर आपको दिल से पुलिसकर्मियों को सैल्यूट करने का मन करेगा. दरअसल सीएसपी मिश्रा ने अपनी एक टीम को इलाके के सभी अस्पतालों का निरीक्षण करने का आदेश दिया था. निरीक्षण के दौरान जब पुलिस की टीम निजी अस्पताल पहुंची तो वहां भगदड़ की स्थिति बनी हुई थी. इसके बाद तत्काल सीएसपी से लेकर एसपी और कलेक्टर को इसकी सूचना दी गई. बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम को रास्ते में ही ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर जाता एक वाहन नजर आया. इसके बाद इस वाहन को अस्पताल लेकर आया गया. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने खुद ऑक्सीजन सिलेंडर उतारकर अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू करवाई.
जिंदगी देने वाला अस्पताल बना मौत का 'घर'
अस्पताल में भर्ती थे 60 से 70 मरीज
बताया जा रहा है कि अगर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम तत्काल एक्शन में नहीं आती तो इस निजी अस्पताल में मौत का आंकड़ा 5 से कहीं ज्यादा हो सकता था. जिस समय अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हुई. उस समय अस्पताल में 60 से 70 मरीज भर्ती थे. इसका एक वीडियो भी शहर में काफी वायरल हो रहा है. लोग पुलिस की इस तत्परता की भी तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं.