जबलपुर। नालों की गंदगी मिलने से नर्मदा नदी के प्रदूषित होने के खिलाफ नेशनल ग्रीन टिब्यूनल में याचिका दायर की गयी है. एनजीटी भोपाल की तीन सदस्यीय पीठ ने नर्मदा में मिल रहे गंदे नालों की रोकधाम के लिए जबलपुर कलेक्टर और निगमायुक्त सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डाॅ पी जी नाजपांडे सहित अन्य दो लोगों ने याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया है, कि नगर निगम की लापरवाही के कारण ग्वारीघाट, तिलवाराघाट,लम्हेटा घाट सहित पंचवटी में सीवेज का गंदा पानी नर्मदा नदी में मिल रहा है. जिसके कारण नर्मदा नदी का जल प्रदूषित हो रहा है. एनजीटी ने पूर्व में पारित अपने आदेश में नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त करने नर्मदा सेवा मिशन के समयबद्ध कार्यक्रम का हवाला दिया था. समयबद्ध कार्यक्रम पूरी तरह से फेल हो गया है.
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याचिका में मांग की गयी है कि नर्मदा नदी में महाशिवरात्रि औप नर्मदा जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होना चाहिए. याचिका में ये भी मांग की गयी है, कि साल 2007 में नर्मदा नदी के किनारे एक दिन में सात करोड़ पोधे लगाये गये थे. जिसमें से ज्यादार पौधे मर गए. गर्मी के दिनों में बचे हुए पौधों की रक्षा की मांग भी याचिका में की गई है.