जबलपुर। चाहे राज्य सरकार (State government) के पेंशनधारी (Pensioners) हो या फिर नगरीय निकाय के पेंशनर अपने विभागों से रिटायर्ड होने के बाद अब इन्हें खुद को जीवित बताने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है. दरअसल पेंशनरों का सत्यापन इस बार बायोमेट्रिक मशीन और मोबाइल एप से करवाया जा रहा है, जिसमें सरकारी विभाग और नगरीय निकाय के पेंशनर परेशान हो रहे हैं. भौतिक सत्यापन के लिए सुबह से शाम तक बैंक की लाइन में लगना काफी कष्टकारी है.
जबलपुर में सरकारी विभागों के 28 हजार पेंशनर हैं, जिनके सामने सत्यापन को लेकर परेशानी आ रही है. बायोमेट्रिक मशीन में अधिक उम्र हो जाने के कारण कहीं अंगूठे तो कहीं अंगुलियों की रेखाएं मशीन में नहीं आ रही है. पेंशनरों को फार्म के साथ-साथ फोटो, आधार कार्ड, बैंक की पासबुक सहित अन्य दस्तावेज भी जमा करने पड़ रहे हैं. पेंशनरों को सत्यापन करवाना पड़ रहा है. मध्यप्रदेश पेंशनर एसोसिएशन ने इस समस्या को लेकर राज्य सरकार से मदद करने की बात कही है. साथ ही बैंक मुख्यालय के अधिकारियों से भी बात की है.
नगरीय निकाय के पेंशनर भी पस्त
राज्य सरकार के पेंशनर्स (Pensioners) के साथ-साथ नगरीय निकाय के पेंशनर भी पस्त हो गए हैं.बीते दो दिनों से पोर्टल बंद पड़ा है, जिसके कारण पेंशनधारियों (Pensioners) का सत्यापन नहीं हो पा रहा है. सामाजिक न्याय के तहत 52 हजार पेंशनरों का सत्यापन किया जाना है, पर अभी तक 18 हजार का ही हो पाया है, 34 हजार अभी भी बाकी हैं. दावा किया जा रहा है कि पोर्टल ठीक होते ही सत्यापन के काम मे तेजी लाई जाएगी, क्योंकि 25 नवंबर तक सत्यापन का काम पूरा होना है.
कई बैंकों में नहीं है अलग काउंटर
पेंशनरों की मानें तो पेंशनरों का सत्यापन करने के लिए अधिकांश बैंकों में अलग से कांउटर ही नहीं है. एक ही काउंटर से पेंशनरों का सत्यापन करने में अधिक समय लग रहा है. बीमार और अतिवृद्ध पेंशनरों को इतनी परेशानी हो रही है कि वे बगैर सत्यापन कराए ही घर लौटने को विवश हो रहे हैं. उस पर से कुछ बैंक कर्मियों का रवैया भी पेंशनरों के प्रति असंवेदनशील है. बता दें कि मध्यप्रदेश पेंशनर एसोसिएशन ने ऐसे बैक कर्मियों के खिलाफ गत दिवस विजय नगर बैंक मुख्यालय में प्रदर्शन कर भी किया था.
क्यों जरूरी है सत्यापन (verification)
केंद व प्रदेश सरकार की तरफ से 11तरह की पेंशन योजनाएं हैं, जिसमें विकलांगता, वृद्धावस्था, अविवाहिता, मंद बुद्धि, बाल निःशक्त योजना प्रोत्साहन, कल्याणी पेंशन योजना मुख्य है. इन पेंशन को कुछ लोग फर्जी तरह से भी ले रहे हैं. हाल ही में नगरीय निकाय विभाग ने जब जानकारी ली तो करीब 2 लाख लोग ऐसे निकले जिनकी मौत हो चुकी है और उनके परिजन गलत तरीके से पेंशन निकाल रहे थ. बता दें कि प्रदेश में 50 लाख से ज्यादा लोगों को 600 रुपए की पेंशन राशि दी जाती है.
SBI पेंशनधारक कर सकते हैं ऑनलाइन सत्यापन
हालांकि भारतीय स्टैंट बैंक ऑफ इंडिया ने 1 नवंबर से पेंशन धारकों के लिए नई सुविधा की शुरूआत भी की है. अब पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बैंक के चक्कर नहीं लगाने होंगे. कोई भी पेंशनधारक 1 नवंबर से वीडियो कॉल के जरिए अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकेगा. इस सुविधा के जरिए SBI पेंशन धारकों को बैंक तक नहीं जाना होगा. अन्य बैंकों द्वारा भी यह सुविधा शीघ्र शुरू करने की बाद कही जा रही है. ऑनलाइन सत्यापन के लिए पेंशनर्स को www.pensionseva.sbi पर क्लिक करना होगा. इसमें दिए गए विकल्प से जीवन प्रमाण-पत्र ऑनलाइन जमा किए जा सकेंगे.