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अरेंज या लव, धूमधाम या सादगी! आ रहे पीएम मोदी, शादी पर बाबा बागेश्वर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू - DHIRENDRA SHASTRI MARRIAGE

ईटीवी भारत ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री से शादी को लेकर सवाल किया. बाबा बागेश्वर ने बताया वह कैसी लड़की से शादी करेंगे.

Baba Bageshwar conversation ETV Bharat
बाबा बागेश्वर की ईटीवी भारत से बातचीत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 15, 2025, 10:57 AM IST

Updated : Feb 15, 2025, 12:18 PM IST

छतरपुर (मनोज सोनी): छतरपुर जिले की मिट्टी की तासीर ही अगल है. कभी महाराजा छत्रसाल की तलवार की गूंज पूरे बुंदेलखंड में गूंजा करती थी. वहीं खजुराहो की शिल्प कला ने इलाके को अमर कर दिया. अब उसी धरती पर देश दुनिया में अपनी अगल पहचान बनाने वाले सिद्ध पीठ बागेश्वर धाम पर सेवा, करुणा और सामाजिक उत्थान की गाथा लिखी जा रही है. 23 फरवरी और 26 फरवरी, ये दो तिथियां केवल एक पंचांग की तारीखें नहीं, बल्कि बुंदेलखंड के भाग्य को नया मोड़ देकर इतिहास बनने वाली हैं.

जहां 23 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री केंसर हॉस्पिटल का भूमिपूजन करेंगे, तो वहीं 26 फरवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कन्या विवाह की साक्षी बन कर वन वधू को आशीर्वाद देंगी. यह आयोजन केवल स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार या सामाजिक रस्म नहीं, बल्कि नई आशाओं, नई संभावनाओं और आत्मनिर्भरता के एक नए युग का प्रारंभ है. इस खास आयोजन को लेकर ETV भारत ने देश के जाने माने कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीरश्वर धीरेन्द्र शास्त्री से खास बात की.

बाबा बागेश्वर ने ETV भारत संग खोले दिल के राज (ETV Bharat)

बुंदेलखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार अभाव
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए मरीजों को ग्वालियर, भोपाल, दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों की और जाना पड़ता था, लेकिन आने वाले समय में अब इस गंभीर बीमारी का इलाज देश के जाने माने तीर्थ धाम बागेश्वर धाम पर होगा. जिसका भूमिपूजन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. इसको लेकर बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा, ''बुंदेलखंड में शिक्षा,अच्छे स्वास्थ्य की कमी है, रोजगार का अभाव है, इसलिए पलायन होता है. लोग इलाज और मजदूरी के लिए भोपाल, इंदौर दिल्ली, मुम्बई सहित अन्य जगहों पर जाते हैं. ये हम नहीं सरकारी आंकड़े बताते हैं. लेकिन अब कैंसर जैसी बीमारी का बागेश्वर धाम स्थित अस्पताल में इलाज हो सकेगा.''

अपनी शादी को लेकर बोले बाबा बागेश्वर
ईटीवी भारत ने जब बागेश्वर धाम के पीठाधीरश्वर धीरेन्द्र शास्त्री से उनकी शादी को लेकर बात की, तो उन्होंने कहा, ''शादी तो गुरु जी और माता जी के कहने से ही होगी. और व्याह तो व्याह जैसा होगा.''

धार्मिक उन्नति के साथ आर्थिक उन्नति भी बढ़ी
धीरेन्द्र शास्त्री से सवाल किया गया कि बागेश्वर धाम के बनने के बाद बुंदेलखंड की इकोनॉमी बढ़ी है. इस पर उन्होंने कहा कि, ''अध्यात्म ही एक ऐसा समाधान है जो हर चीज का उपाय कर सकता है. बागेश्वर धाम बनने के बाद धाम और आसपास के होटलों को लाभ हुआ, रोजगार के साधन बढ़ गए, जमीनें महंगी हो गईं, ऑटो वाले को लाभ हो रहा, फूल माला बेचने वालों, टेंट वालों और मिठाई बनाने वालों को लाभ हो रहा है. धर्मिक उन्नति के साथ आर्थिक उन्नति भी हो रही है.'' इससे पलायन पर भी रोक लग रही है.''

सरकारी अधिकारों से मुक्त हों मंदिर
बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री ने ETV भारत से बात करते हुए कहा, ''मंदिरों को सरकारी अधिकारों से मुक्त होना चाहिए.'' बाबा बागेश्वर ने बताया, ''इस बार का आयोजन दिव्य, भव्य होने वाला है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 तारीख को हॉस्पिटल का भूमिपूजन करेंगे, तो 26 तारीख को महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कन्याओं को आशीर्वाद देने आ रही हैं. दान की राशि से हॉस्पिटल बनेगा. जिसमें देश, विदेश के डॉक्टर सेवाएं देंगे. ऐसा पहली बार हो रहा जब मंदिर के अंदर हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, अभी तक हॉस्पिटल में मंदिर देखे होंगे.'' उन्होंने कहा मंदिरों की राशि शिक्षा,स्वास्थ में लगनी चाहिए,निर्धन गरीब कन्याओं के विवाह में लगनी चाहिए.''

छतरपुर (मनोज सोनी): छतरपुर जिले की मिट्टी की तासीर ही अगल है. कभी महाराजा छत्रसाल की तलवार की गूंज पूरे बुंदेलखंड में गूंजा करती थी. वहीं खजुराहो की शिल्प कला ने इलाके को अमर कर दिया. अब उसी धरती पर देश दुनिया में अपनी अगल पहचान बनाने वाले सिद्ध पीठ बागेश्वर धाम पर सेवा, करुणा और सामाजिक उत्थान की गाथा लिखी जा रही है. 23 फरवरी और 26 फरवरी, ये दो तिथियां केवल एक पंचांग की तारीखें नहीं, बल्कि बुंदेलखंड के भाग्य को नया मोड़ देकर इतिहास बनने वाली हैं.

जहां 23 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री केंसर हॉस्पिटल का भूमिपूजन करेंगे, तो वहीं 26 फरवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कन्या विवाह की साक्षी बन कर वन वधू को आशीर्वाद देंगी. यह आयोजन केवल स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार या सामाजिक रस्म नहीं, बल्कि नई आशाओं, नई संभावनाओं और आत्मनिर्भरता के एक नए युग का प्रारंभ है. इस खास आयोजन को लेकर ETV भारत ने देश के जाने माने कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीरश्वर धीरेन्द्र शास्त्री से खास बात की.

बाबा बागेश्वर ने ETV भारत संग खोले दिल के राज (ETV Bharat)

बुंदेलखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार अभाव
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए मरीजों को ग्वालियर, भोपाल, दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों की और जाना पड़ता था, लेकिन आने वाले समय में अब इस गंभीर बीमारी का इलाज देश के जाने माने तीर्थ धाम बागेश्वर धाम पर होगा. जिसका भूमिपूजन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. इसको लेकर बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा, ''बुंदेलखंड में शिक्षा,अच्छे स्वास्थ्य की कमी है, रोजगार का अभाव है, इसलिए पलायन होता है. लोग इलाज और मजदूरी के लिए भोपाल, इंदौर दिल्ली, मुम्बई सहित अन्य जगहों पर जाते हैं. ये हम नहीं सरकारी आंकड़े बताते हैं. लेकिन अब कैंसर जैसी बीमारी का बागेश्वर धाम स्थित अस्पताल में इलाज हो सकेगा.''

अपनी शादी को लेकर बोले बाबा बागेश्वर
ईटीवी भारत ने जब बागेश्वर धाम के पीठाधीरश्वर धीरेन्द्र शास्त्री से उनकी शादी को लेकर बात की, तो उन्होंने कहा, ''शादी तो गुरु जी और माता जी के कहने से ही होगी. और व्याह तो व्याह जैसा होगा.''

धार्मिक उन्नति के साथ आर्थिक उन्नति भी बढ़ी
धीरेन्द्र शास्त्री से सवाल किया गया कि बागेश्वर धाम के बनने के बाद बुंदेलखंड की इकोनॉमी बढ़ी है. इस पर उन्होंने कहा कि, ''अध्यात्म ही एक ऐसा समाधान है जो हर चीज का उपाय कर सकता है. बागेश्वर धाम बनने के बाद धाम और आसपास के होटलों को लाभ हुआ, रोजगार के साधन बढ़ गए, जमीनें महंगी हो गईं, ऑटो वाले को लाभ हो रहा, फूल माला बेचने वालों, टेंट वालों और मिठाई बनाने वालों को लाभ हो रहा है. धर्मिक उन्नति के साथ आर्थिक उन्नति भी हो रही है.'' इससे पलायन पर भी रोक लग रही है.''

सरकारी अधिकारों से मुक्त हों मंदिर
बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री ने ETV भारत से बात करते हुए कहा, ''मंदिरों को सरकारी अधिकारों से मुक्त होना चाहिए.'' बाबा बागेश्वर ने बताया, ''इस बार का आयोजन दिव्य, भव्य होने वाला है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 तारीख को हॉस्पिटल का भूमिपूजन करेंगे, तो 26 तारीख को महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू कन्याओं को आशीर्वाद देने आ रही हैं. दान की राशि से हॉस्पिटल बनेगा. जिसमें देश, विदेश के डॉक्टर सेवाएं देंगे. ऐसा पहली बार हो रहा जब मंदिर के अंदर हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, अभी तक हॉस्पिटल में मंदिर देखे होंगे.'' उन्होंने कहा मंदिरों की राशि शिक्षा,स्वास्थ में लगनी चाहिए,निर्धन गरीब कन्याओं के विवाह में लगनी चाहिए.''

Last Updated : Feb 15, 2025, 12:18 PM IST
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