जबलपुर। पवई विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता रद्द कर दी गई है. जिसके बाद प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. एक ओर जहां बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले पर सवाल उठाते हुए इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है, तो वहीं दूसरी तरफ लोधी समाज के लोगों ने भी इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है.
जबलपुर में लोधी समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समाज के पदाधिकारियों ने एक निंदा प्रस्ताव पारित किया है. जिसमें विधानसभा अध्यक्ष और प्रदेश सरकार की इस कार्रवाई को पूर्णतः गलत और द्वेषपूर्ण करार दिया गया है. समाज के इस कार्यक्रम में संभाग के सभी लोधी जनप्रतिनिधि शामिल हुए. इस दौरान जहां पूर्व विधायक प्रहलाद लोधी ने विधानसभा अध्यक्ष और प्रदेश सरकार पर गुंडागर्दी के आरोप लगाए, वहीं उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा से बगावत करने के लिए लालच भी दिया गया था, लेकिन वो पार्टी के संग खड़े रहे. इसलिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई.
वहीं नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह ने इसे विधानसभा अध्यक्ष की जल्दबाजी में की गई कार्रवाई बताया. उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कोर्ट का फैसला आने के बाद सलाह- मशविरा किया गया और फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने चर्चा के बाद कार्रवाई की, लेकिन ये निर्णय भाजपा को कमजोर करने के लिए लिया गया है.