जबलपुर। मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 विधायक चुने जाते हैं और एंग्लो इंडियन कोटे से एक विधायक मनोनीत किया जाता है लंबे समय तक एंग्लो इंडियन कोटे से जबलपुर से विधायक चुने जाते रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में भी एंग्लो इंडियन कोटे से लॉरेन बी लोबो बीते दो कार्यकाल से विधायक रही है.
इस मामले को लेकर एक सामाजिक संस्था ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें यह कहा गया था कि जब मध्यप्रदेश में एंग्लो इंडियन लोगों की तादाद ही खत्म हो गई है तो इनको विधायक बनाने का कोई मतलब नहीं है. यह अंग्रेजों के जमाने की परंपरा है और इसे खत्म किया जाना चाहिए.
कमलनाथ सरकार एंग्लो इंडियन विधायक का मनोनयन नहीं कर पाई थी अब केंद्र सरकार ने एंग्लो इंडियन विधायक के मनोनयन का कानून ही बदल दिया है और अब देश में इस कोटे से कोई विधायक नहीं चुना जा सकेगा. इससे पहले देश की कई सरकारों ने एंग्लो इंडियन कोटे से विधायक चुनकर अपनी सरकार बचाई हैं कमलनाथ सरकार भी अपने नंबर बढ़ाने के लिए इस कोटे के उपयोग की तैयारी कर रही थी.