जबलपुर। मध्यप्रदेश में देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एवं आईएसआईएस से जुड़े लोगों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए NIA यानी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है. एनआईए एवं एमपी एटीएस की टीम ने बीते शुक्रवार की देर रात 10 आईपीएस अधिकारी एवं 200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ 13 जगहों पर छापा मारा था. करीब 10 घंटे तक चली इस कार्रवाई के दौरान तीन आतंवादियों को गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से एक एसएलआर राइफल एवं 62 जिंदा कारतूस सहित देश विरोधी गतिविधियों दस्तावेज सहित जिहादी साहित्य भी जब्त किए गए थे. जांच करने पहुंची टीम को रोकने व कार्रवाई में सहयोग नहीं करने पर एनआईए की टीम द्वारा ओमती थाना में दो एफआईआर दर्ज कराई गई हैं.
अधिवक्ता के घर छापा : दरअसल, दिल्ली से जबलपुर पहुंची एनआईए की टीम ने भोपाल एटीएस की टीम के साथ मिलकर ओमती क्षेत्र में रहने वाले हाईकोर्ट अधिवक्ता अहदुल्ला उस्मानी के घर छापा मारा था. इस दौरान अधिवक्ता, उनके पुत्र अरहम व भाई अधिवक्ता अमानुद्दीन ने दरवाजा बंद कर जांच टीम को अंदर जाने से रोक दिया. करीब एक घंटे तक दरवाजा नहीं खोलने पर पुलिस द्वारा दरवाजा तोड़ने की चेतावनी दी गई. पुलिस एक आरा कटर मांगकर दरवाजा तोड़ने लगी, तभी दरवाजा खोला गया.
घर में अवैध कारतूस मिले : जांच में उनके घर से एसएलआर के कारतूस बरामद किए गए. शनिवार को एटीएस तीनों को ओमती थाने लेकर पहुंची और जांच में बाधा डालने एवं अवैध कारतूस मिलने पर दो एफआईआर दर्ज कराई गईं. इसके बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने उन्हें अभिरक्षा में ले लिया. वहीं पूरे मामले में नगर पुलिस अधीक्षक आरडी भरद्वाज ने बताया कि शुक्रवार रात को अधिवक्ता अहदुल्ला उस्मानी के घर का दरवाजा काफी मशक्कत के बाद खोला गया. दरवाजा खुलते ही अधिकारियों ने घर में प्रवेश किया और परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कब्जे में ले लिए. जांच अधिकारियों का दावा है कि दरवाजा खुलने के पहले ही अधिवक्ता, उनके पुत्र और भाई ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से महत्वपूर्ण जानकारियों की फाइलें व साक्ष्य डिलीट कर दिए थे. ये साक्ष्य विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों से संबंधित थे.
सिमी आतंकियों की पैरवी करने का आरोप : एटीएस के डीएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा सबूतों से छेड़खानी करने व शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की धाराओं के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज कराए गए. एनआईए की टीम ने सिमी आतंकियों की पैरवी करने वाले अधिवक्ता नईम खान के घर छापेमारी की. इस दौरान एनआईए की टीम ने अहम दस्तावेज जब्त रते हुए पूछताछ की. इस दौरान उनका बेटा घर पर नहीं मिला. जिसके बाद एनआईए की टीम के द्वारा दोनों के नाम नोटिस जारी किया गया है. दोनों को भोपाल से एटीएस कार्यालय तलब किया है. वहीं संदेह के आधार पर जांच टीम ने ओमती क्षेत्र से मो. बिलाल नामक युवक को शुक्रवार की रात पकड़ा था. उसकी मां अफसाना अपने पुत्र को छुड़ाने के लिए पहुंची. लेकिन अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उसके परिजनों का कहना था कि बिलाल मानसिक रूप से बीमार है. पूछताछ के बाद एनआईए की टीम ने बिलाल को छोड़ दिया.