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यह महाराष्ट्र का नहीं, पूरे देश का मामला : राकेश सिंह

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर कथित रूप से आरोप लगने के बाद देश की सियासत गर्मा गई है, वहीं आज संसद में सांसद राकेश सिंह ने महाराष्ट्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह एक राज्य का नहीं बल्कि पूरे देश का मामला बन गया है.

Rakesh Singh, MP
राकेश सिंह, सांसद
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Published : Mar 22, 2021, 5:09 PM IST

Updated : Mar 22, 2021, 5:42 PM IST

भोपाल। जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने संसद में महाराष्ट्र में चल रहे घटनाक्रम का मुद्दा उठाया. सांसद राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में लग रहे आरोपों की जांच किसी राष्ट्रीय एजेंसी से करवाई जानी चाहिए, क्योंकि अब यह राज्य का मामला नहीं बचा है, बल्कि यह देश का मामला बन गया है.

पैसा किस-किसको दिया जाता था

राकेश सिंह का कहना है कि किसी प्रदेश के गृहमंत्री पर 1 जिले से 100 करोड़ रूपए वसूलने का आरोप गंभीर आरोप है. इसकी भी जांच होनी चाहिए कि यह पैसा गृह मंत्री के अलावा और किस को दिया जाता था. इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि जब 1 जिले से 100 करोड़ रूपए वसूले जाते हैं तो पूरे प्रदेश से कितना पैसा वसूला जा रहा था.

राकेश सिंह, सांसद

एएसआई के लिए मैदान में मुख्यमंत्री

राकेश सिंह का आरोप है कि ऐसा शायद पहली बार हुआ होगा की एक एएसआई के समर्थन में मुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस ले रहे हैं और आरोप लगाने वाला आदमी कोई दूसरा नहीं है बल्कि उनके ही पुलिस के पूर्व मुखिया हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में जिन चीजों से पर्दा उठा रहा है यदि वे सही हैं तो आम आदमी का भरोसा सरकार और प्रशासन दोनों से उठ जाएगा.

क्या है मामला

25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं थी. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.

कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा- CM शिवराज

आलोचनाओं से घिरी 'मुंबई पुलिस'

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया था. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले सिंह की जगह मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे. सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है.

मर्सिडीज कार से लैपटॉप, आईपैड सहित बहुत कुछ बरामद

मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे. अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार को मंगलवार को जब्त करके उसमें से पांच लाख रुपये बरामद किये थे. साथ ही जांच एजेंसी ने उनके कार्यालय में तलाशी के दौरान लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोनों जैसे इलैक्ट्रोनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये थे.

परमबीर सिंह के पत्र की बातें

पत्र में सिंह ने बताया है कि उनका स्थानांतरण महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951, धारा 22 एन (2) के तहत प्रभावी था, इस कारण से कि यह प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आवश्यक था, एंटीलिया (एसयूवी मामले) में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए घटना. सिंह ने याद किया कि कैसे उन्होंने ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को देशमुख द्वारा लिप्त 'दुष्कर्म और दुर्भावना' के बारे में बताया था. इस संदर्भ में, सिंह ने कहा कि देशमुख ने अपने आधिकारिक निवास 'ज्ञानेश्वरी' में कई बार वाजे को बुलाया था और उनसे बार-बार मंत्री के लिए धन एकत्र करने में सहायता करने के लिए कहा था.

सिंह के अनुसार, फरवरी के मध्य में ऐसी एक बैठक में, मंत्री ने वाजे को बताया कि उनका हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य था और यहां तक कि सलाह दी गई कि मुंबई में 1,750 बार, भोजनालय और अन्य प्रतिष्ठान हैं, अगर 2-3 रुपये, प्रत्येक से लाख इकट्ठा किया गया था, यह लगभग 40-50 करोड़ रुपये हो सकता है, जबकि बाकी अन्य स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है.

भोपाल। जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने संसद में महाराष्ट्र में चल रहे घटनाक्रम का मुद्दा उठाया. सांसद राकेश सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में लग रहे आरोपों की जांच किसी राष्ट्रीय एजेंसी से करवाई जानी चाहिए, क्योंकि अब यह राज्य का मामला नहीं बचा है, बल्कि यह देश का मामला बन गया है.

पैसा किस-किसको दिया जाता था

राकेश सिंह का कहना है कि किसी प्रदेश के गृहमंत्री पर 1 जिले से 100 करोड़ रूपए वसूलने का आरोप गंभीर आरोप है. इसकी भी जांच होनी चाहिए कि यह पैसा गृह मंत्री के अलावा और किस को दिया जाता था. इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि जब 1 जिले से 100 करोड़ रूपए वसूले जाते हैं तो पूरे प्रदेश से कितना पैसा वसूला जा रहा था.

राकेश सिंह, सांसद

एएसआई के लिए मैदान में मुख्यमंत्री

राकेश सिंह का आरोप है कि ऐसा शायद पहली बार हुआ होगा की एक एएसआई के समर्थन में मुख्यमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस ले रहे हैं और आरोप लगाने वाला आदमी कोई दूसरा नहीं है बल्कि उनके ही पुलिस के पूर्व मुखिया हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में जिन चीजों से पर्दा उठा रहा है यदि वे सही हैं तो आम आदमी का भरोसा सरकार और प्रशासन दोनों से उठ जाएगा.

क्या है मामला

25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं थी. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.

कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा शिवसेना ने कुनबा जोड़ा- CM शिवराज

आलोचनाओं से घिरी 'मुंबई पुलिस'

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया था. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले सिंह की जगह मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे. सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है.

मर्सिडीज कार से लैपटॉप, आईपैड सहित बहुत कुछ बरामद

मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था. वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे. अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार को मंगलवार को जब्त करके उसमें से पांच लाख रुपये बरामद किये थे. साथ ही जांच एजेंसी ने उनके कार्यालय में तलाशी के दौरान लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोनों जैसे इलैक्ट्रोनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये थे.

परमबीर सिंह के पत्र की बातें

पत्र में सिंह ने बताया है कि उनका स्थानांतरण महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, 1951, धारा 22 एन (2) के तहत प्रभावी था, इस कारण से कि यह प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आवश्यक था, एंटीलिया (एसयूवी मामले) में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए घटना. सिंह ने याद किया कि कैसे उन्होंने ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को देशमुख द्वारा लिप्त 'दुष्कर्म और दुर्भावना' के बारे में बताया था. इस संदर्भ में, सिंह ने कहा कि देशमुख ने अपने आधिकारिक निवास 'ज्ञानेश्वरी' में कई बार वाजे को बुलाया था और उनसे बार-बार मंत्री के लिए धन एकत्र करने में सहायता करने के लिए कहा था.

सिंह के अनुसार, फरवरी के मध्य में ऐसी एक बैठक में, मंत्री ने वाजे को बताया कि उनका हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य था और यहां तक कि सलाह दी गई कि मुंबई में 1,750 बार, भोजनालय और अन्य प्रतिष्ठान हैं, अगर 2-3 रुपये, प्रत्येक से लाख इकट्ठा किया गया था, यह लगभग 40-50 करोड़ रुपये हो सकता है, जबकि बाकी अन्य स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है.

Last Updated : Mar 22, 2021, 5:42 PM IST
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