जबलपुर। मध्य प्रदेश के कम से कम आधा दर्जन जिलों के लिए खास अलर्ट है. आज रात से नर्मदा नदी के पानी में उफान आएगा. कम से कम 1,41,001 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदीं के जल स्तर में 30 फीट तक बढ़ेगा. जबलपुर और इसके आसपास के जिलों में बीते 48 घंटे में लगातार बारिश हो रही है. इसके कारण बरगी बांध का जलस्तर बढ़ गया है. बांध के लेवल को कंट्रोल करने के लिए शाम 8 बजे बरगी बांध के 15 गेटों को खोला जा रहा है. हर गेट को लगभग पौने 2 मीटर तक खोला जाएगा और इससे बड़ी मात्रा में पानी को छोड़ा जाएगा.
एक साथ बरगी बांध के इन गेटों से 1,41,001 क्यूसेक पानी बाहर आएगा जिससे प्रदेश के कई इलाकों के पानी पानी होने का खतरा है. मौसम विभाग का कहना है कि 4 अगस्त तक जबलपुर में बारिश का दौर जारी रहेगा. भारी बारिश के कारण उन इलाकों के लिए विशेष एहतियात बरतने के निर्देश हैं जहां से नर्मदा नदी गुजरती है. यहां पर पानी अचानक से चढ़ेगा
नर्मदा नदी का पानी 30 फीट तक बढ़ने की संभावनाः बरगी बांध परियोजना के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने बताया कि, ''बरगी बांध में लगातार 13 हजार घन मीटर पानी की आवक हो रही है, इसलिए बरगी बांध का जलस्तर 420 मीटर से अधिक हो गया है. बांध के 15 गेटों को 1.76 मीटर तक खोलने की जरूरत पड़ रही है.'' कार्यपालन यंत्री ने कहा कि, ''बरगी बांध के 15 गेटों के खोलने की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर लगभग 30 फीट तक बढ़ने की संभावना है. इसके कारण जबलपुर, नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिलों में नर्मदा नदी उफान पर रहेगी. प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया है.''
जबलपुर में 11 इंच हुई बारिशः बता दें बीते 48 घंटों में लगभग 11 इंच बारिश की वजह से जबलपुर शहर में भी हालात खराब हो रहे हैं. जबलपुर के चैतन्य सिटी में घरों में 5 फीट तक पानी भरा हुआ है, यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि उनके घर में रखा राशन व अन्य चीजें बर्बाद हो गई हैं. जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन का कहना है कि चैतन्य सिटी में NDRF की टीम लगाई गई है जो लोगों को बचाने का काम कर रही है.
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शहर में बनी जलभराव की स्थितिः जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू भी जलभराव वाले इलाकों में लगातार दौरा कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर निगम के पूर्व के प्रशासन ने नालों को संकरा कर दिया है. इसके चलते पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और जलभराव की स्थिति बन रही है. बहराल लोगों को फौरी राहत पहुंचाने के लिए सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.