जबलपुर। महापौर ने दावा किया है कि नगर निगम के कामों से जहां 80 फीसदी जनता संतुष्ट है तो वहीं स्मार्ट सिटी और प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के कामों ने शहरवासियों के सामने मुसीबतें पैदा कर दी हैं. महापौर ने सवाल खड़े किए हैं कि स्मार्ट सिटी कंपनी कई बड़ी परियोजनाओं पर काम तो कर रही है लेकिन उन्हें नगर निगम को सौंपने में आनाकानी कर रही है. इससे साफ है कि कामों की गुणवत्ता या तो सही नहीं है या या फिर परियोजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है.
Jabalpur Smart City और नगर निगम के बीच फंसा पेच, करोड़ों के प्रोजेक्ट बन रहे खंडहर
दोषियों पर होगी कार्रवाई : महापौर ने चेतावनी दी है कि स्मार्ट सिटी की परियोजनाएं जब भी नगर निगम के हवाले होंगी, उनकी एक-एक बिंदु पर जांचकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. स्मार्ट सिटी के कामों में हो रही देरी को लेकर भी महापौर ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने अंदेशा जताया है कि जिस तरह से स्मार्ट सिटी के टेंडर आवंटित किए गए हैं, उसमें भी गड़बड़ी हो सकती है. लिहाजा आने वाले दिनों में स्मार्ट सिटी द्वारा जारी किए गए टेंडरों की भी गहराई से पड़ताल कराई जाएगी.