जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी की ताकत उसका कार्यकर्ता और उस कार्यकर्ता का संगठन पर विश्वास माना जाता था लेकिन जबलपुर में जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के नेता पार्टी लाइन से हटकर व्यक्तिगत आयोजन कर रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी की मजबूती घट गई है और पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और यदि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है तो इसका परिणाम विधानसभा चुनाव में देखने को जरूर मिलेगा. जबलपुर में पार्टी लाइन से हटकर कई नेता अपने स्तर पर प्रचार प्रसार में लगे हुए है
अपनी-अपनी ढपली अपने-अपने राग: राजनीति महत्वाकांक्षाओं का खेल है और नेताओं की महत्वाकांक्षा है कभी खत्म नहीं होती. जबलपुर की पश्चिम विधानसभा में इस समय कुछ ऐसा ही खेल चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी अपने का डर के प्रति समर्पण के लिए जानी जाती है. भारतीय जनता पार्टी में सामान्य तौर पर संगठन के बाहर या संगठन की बिना अनुमति के कोई भी नेता कोई काम नहीं कर सकता लेकिन जबलपुर की पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में मामला कुछ अलग ही नजर आ रहा है.
हरेंद्र जीत सिंह बब्बू: भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर तीन बार विधायक रहे हरेंद्र जीत सिंह बब्बू इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ दोबारा मुखर हुए हैं. इसके पहले वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं. अब दोबारा उन्होंने जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी के संगठन की बात ना मानते हुए अपने स्तर पर विधानसभा में एक परिवर्तन यात्रा निकाल दी है. बब्बू का कहना है कि वे पार्टी के खिलाफ नहीं हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जो काम किए थे उनके बारे में जनता को जानकारी दे रहे हैं इसमें पार्टी की खिलाफत नहीं है.
अभिलाष पांडे: जबलपुर की पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के दूसरे नेता भारतीय युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अभिलाष पांडे अपने स्तर पर ऑटो रिक्शा चलवा रहे हैं जिसमें व्यक्तिगत उनका प्रचार हो रहा है.
वेद प्रकाश शर्मा: जबलपुर की पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में जबलपुर नगर निगम के पूर्व कमिश्नर रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा भारतीय जनता पार्टी से अपनी किस्मत आजमाना चाह रहे हैं इसलिए बेबी पार्टी लाइन से हटकर अपने स्तर पर चाय पार्टियां कर रहे हैं.
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धीरज पटेरिया: भारतीय जनता पार्टी के नेता केवल पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में पार्टी संगठन के बिना अनुमति के आयोजन कर रहे हो, ऐसा नहीं है. बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी में दोबारा से लौटे पंकज पटेरिया ने भी अभी मंगला गौरी की पूजा का आयोजन करवाया. इसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता शामिल हुए लेकिन पूरे आयोजन में कहीं पर भी भारतीय जनता पार्टी का जिक्र नहीं था. राजनीतिक नेता का धार्मिक आयोजन भी राजनीति होता है लेकिन यहां पर भी पार्टी से हटकर व्यक्तिगत प्रचार प्रसार ज्यादा नजर आया.
पार्टी के लिए खतरे की घंटी: जबलपुर नगर के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष प्रभात साहू का कहना है कि पार्टी लाइन से हटकर जो भी नेता अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं वे पार्टी की गाइड लाइन के बाहर हैं और पूरी संभावना है कि इनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई करें. इस बात की जानकारी उन्होंने अपने वरिष्ठ नेताओं को दे दी है. भारतीय जनता पार्टी एक कार्ड आवेश पार्टी है और यहां संगठन के खिलाफ जाने वालों के हेयर नहीं होती. ऐसे में यदि भारतीय जनता पार्टी के नेता संगठन की परवाह किए बगैर आयोजन कर रहे हैं तो यह संकेत भारतीय जनता पार्टी के भविष्य के लिए ठीक नहीं है और संभावना यह भी है कि जो नेता व्यक्तिगत स्तर पर प्रचार प्रसार कर रहे हैं वे चुनाव में खुलकर या अंदरूनी मुखालफत कर सकते हैं.