इंदौर: दुनिया भर में अब जहां ई ट्रांसपोर्ट को अपनाया जा रहा है. वहीं भारत में भी इलेक्ट्रिक बसों पर आधारित ट्रांसपोर्ट को प्राथमिकता दी जा रही है. लिहाजा अब विभिन्न शहरों के लिए प्रधानमंत्री ई बस सेवा योजना के तहत लोक परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक बस उपलब्ध कराई जा रही है. इसी योजना अंतर्गत इंदौर जिले को 150 ई-बस प्रदान की जाएगी.
इंदौर को प्रदूषण मुक्त बनाएंगी ई बस
दरअसल, शहरों में सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री ई बस सेवा शुरू की गई है. जिसके अंतर्गत पीपीपी मॉडल पर बसें चलाई जाती है. इसी योजना अंतर्गत सर्वाधिक बस इस बार इंदौर को मिली है. जिसे लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं शहर विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर का धन्यवाद देते हुए कहा कि "नई इलेक्ट्रिक बसों से आम नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी और इंदौर को प्रदूषण मुक्त यातायात के साधन मिलेंगे. साथ ही, शहर का कार्बन फुट प्रिंट कम होगा और कार्बन क्रेडिट का फायदा भी मिल पाएगा."
वित्तीय बोझ में आएगी कमी
गौरतलब है फिलहाल इंदौर में लोक परिवहन के साधनों में इलेक्ट्रिक बस की कमी रही है, हालांकि बीआरटीएस कॉरिडोर पर सीएनजी चालित और इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही है, लेकिन फिर भी इंदौर और आसपास के जिलों में अभी भी अधिकांश रूटों पर डीजल से चलने वाली बसें ही चलाई जा रही है. इधर राज्य शासन भी एक बार फिर नए तरह से राज्य परिवहन निगम शुरू करने का फैसला किया है, तो ऐसी स्थिति में इंदौर में इलेक्ट्रिक बस के उपलब्ध होने से निगम पर भी वित्तीय बोझ कम आएगा.
इंदौर में पहले से दौड़ रही इलेक्ट्रिक बसें
इंदौर में प्रदूषण मुक्त लोक परिवहन के लिए अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस द्वारा कई सालों से इलेक्ट्रिक बस का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा शहर के विभिन्न रूपों पर सीएनजी चलित बस भी चल रही है. हाल ही में 26 रूटों पर 60 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बस चलाने की प्लानिंग भी की गई है. इसके अलावा इंदौर में इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस को भी चलाने की योजना है. जिसका रूट टेस्ट और मोबिलिटी परीक्षण किया गया था.
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डबल डेकर बसों को पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत चलाने के फैसले को भी अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस द्वारा मंजूरी दी गई है. वहीं नगरीय प्रशासन विभाग भी इसे लेकर प्रयासरत है. इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अलावा डबल डेकर बेसन के रूट फाइनल किए गए हैं, जल्द ही संबंधित एजेंसी के जरिए बसें बुलाकर संबंधित रूट पर डबल डेकर बचें संचालित की जाएगी.