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Fake remedesivir case: आरोपी सरबजीत की संपत्ति की जांच की मांग, जालम सिंह ने EOW को लिखा पत्र - fake remedesivir injection

नकली रेमडेसिविर केस में अब नया मोड़ सामने आया है. पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने EOW को पत्र लिखकर आरोपी सरबजीत मोखा की संपत्ति की जांच करने की मांग की है. उन्होंने इसमें कई राजनेताओं की भी हिस्सेदारी होने की बात कही.

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जालम सिंह ने EOW को लिखा पत्र
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Published : May 30, 2021, 2:15 AM IST

जबलपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री गोटेगांव से विधायक जालम सिंह पटेल ने एक बार फिर अपने पत्र से पूरे प्रदेश में तहलका मचा दिया. पूर्व मंत्री ने इस बार ईओडब्ल्यू को पत्र लिखा है. अपने इस पत्र में पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत मोखा की संपत्ति की जांच करने की मांग की. उन्होंने लिखा कि मौखा की संपत्ति में राजनीति से जुड़े कई लोग बराबरी के हिस्सेदार हैं.

EOW को लिखे पत्र में विधायक के आरोप

सिटी अस्पताल के डायरेक्टर और बिल्डर सरबजीत सिंह मोखा ने महज कुछ सालों में ही करोड़ों की गैरकानूनी ढंग से संपत्ति अर्जित कर ली है. उनकी इस संपत्ति में कई राजनेता भी बराबर के हिस्सेदार हैं. जिसीकी जांच होना चाहिए, सरबजीत सिंह मोखा के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावशाली व्यक्तियों के दम पर सरबजीत सिंह मोखा ने अपनी काली कमाई सिटी अस्पताल में निवेश की है जिसकी की जांच होना चाहिए.

Fake remdesivir case! सिटी अस्पताल संचालक sarabjit की रिमांड खत्म, अब जाएगा जेल

कई शहर के अस्पतालों में मोखा का इनवेस्टमेंट

पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने EOW को लिखे पत्र में कहा कि, सरबजीत सिंह मोखा ने कोरोना काल के दौरान जबलपुर संभाग के कई अस्पताल में अच्छा खासा पैसा निवेश किया है. और उन अस्पतालों को किराए पर ले रखा है. इस तरह की सुगबुगाहट नरसिंहपुर जिले में भी पिछले कई दिनों से सुनाई दे रही है. बताया यह भी जा रहा है कि शहर के किसी निजी अस्पताल को सरबजीत सिंह मोखा ने फरवरी में किराए पर लिया था. वहीं सूत्रों के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती मरीजों को रेमडेसीविर से लेकर अन्य तरह के इलाज और पैकेज का निर्धारण सिटी अस्पताल के प्रबंधक द्वारा ही किया जा रहा था.

जबलपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री गोटेगांव से विधायक जालम सिंह पटेल ने एक बार फिर अपने पत्र से पूरे प्रदेश में तहलका मचा दिया. पूर्व मंत्री ने इस बार ईओडब्ल्यू को पत्र लिखा है. अपने इस पत्र में पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत मोखा की संपत्ति की जांच करने की मांग की. उन्होंने लिखा कि मौखा की संपत्ति में राजनीति से जुड़े कई लोग बराबरी के हिस्सेदार हैं.

EOW को लिखे पत्र में विधायक के आरोप

सिटी अस्पताल के डायरेक्टर और बिल्डर सरबजीत सिंह मोखा ने महज कुछ सालों में ही करोड़ों की गैरकानूनी ढंग से संपत्ति अर्जित कर ली है. उनकी इस संपत्ति में कई राजनेता भी बराबर के हिस्सेदार हैं. जिसीकी जांच होना चाहिए, सरबजीत सिंह मोखा के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावशाली व्यक्तियों के दम पर सरबजीत सिंह मोखा ने अपनी काली कमाई सिटी अस्पताल में निवेश की है जिसकी की जांच होना चाहिए.

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कई शहर के अस्पतालों में मोखा का इनवेस्टमेंट

पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल ने EOW को लिखे पत्र में कहा कि, सरबजीत सिंह मोखा ने कोरोना काल के दौरान जबलपुर संभाग के कई अस्पताल में अच्छा खासा पैसा निवेश किया है. और उन अस्पतालों को किराए पर ले रखा है. इस तरह की सुगबुगाहट नरसिंहपुर जिले में भी पिछले कई दिनों से सुनाई दे रही है. बताया यह भी जा रहा है कि शहर के किसी निजी अस्पताल को सरबजीत सिंह मोखा ने फरवरी में किराए पर लिया था. वहीं सूत्रों के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती मरीजों को रेमडेसीविर से लेकर अन्य तरह के इलाज और पैकेज का निर्धारण सिटी अस्पताल के प्रबंधक द्वारा ही किया जा रहा था.

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