जबलपुर। जिले में दूध व्यवसायियों द्वारा महंगाई की आड़ में गुपचुप बढ़ाए गए दाम अब प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गए हैं. कलेक्टर ने इस मामले को गंभीर मानते हुए सोमवार को डेयरी संचालकों की बैठक बुलाई है.
कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि कुछ महीनों पहले डेयरी संचालकों और प्रशासन के बीच दूध के दामों को लेकर कई निर्णय लिए गए थे. इसमें दाम बढ़ाने के लिए प्रशासन से चर्चा करना भी शामिल था, लेकिन डेयरी संचालकों ने मनमाने ढंग से दूध के दाम बढ़ा दिए हैं, जिससे लोग परेशान हैं.
कलेक्टर ने कहा कि डेयरी संचालकों द्वारा बढ़ाए गए दामों पर होने वाली चर्चा में उचित कारण स्पष्ट नहीं होंगे, तो दाम कम करवाए जाएंगे. फिर भी यदि डेयरी संचालक प्रशासन की बात नहीं मानते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि गुरुवार को डेयरी संचालकों ने सिंडिकेट बनाकर बिना किसी सूचना के दूध के दामों में 3 रुपए की बढ़ोतरी कर दी थी, जिसके बाद जबलपुर में 56 रुपए प्रति लीटर की दर पर दूध बिक रहा है, जो मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा महंगा है.