जबलपुर। शहर में मध्य प्रदेश का पहला कोरोना पीड़ित मरीज 20 मार्च को मिला था, इसके तुरंत बाद से ही जबलपुर में लॉकडाउन कर दिया गया था. इस हिसाब से जबलपुर लॉकडाउन के अपने 21 दिन पूरे कर चुका है. लेकिन इसके बाद भी लोग इस पक्ष में हैं कि 14 तारीख के बाद भी अगर दो सप्ताह के लिए फिर से लॉकडाउन बढ़ाया जाता है तो यह फैसला जनहित में होगा. वहीं जबलपुर में प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. लेकिन कहीं न कहीं मजदूर वर्ग लॉकाडाउन को आगे बढ़ाने के पक्ष में नही है.
अभी भी हजारों लोगों को घरों पर भोजन पहुंचाया जा रहा है. सैकड़ों लोग होम क्वॉरेंटाइन में है, उन पर नजर भी रखी जा रही है. प्रशासन ने लोगों को टेलीमेडिसिन की सुविधा दी है. कोई सामान महंगा न बेच सके, इसके लिए लगातार रेड की जा रही हैं. यहां तक कि जबलपुर नगर निगम ने सस्ते दामों पर लोगों को आलू- प्याज तक मुहैया करवाना शुरू कर दिया है. जगह-जगह सेनिटाइजेशन किया जा रहा है. प्रशासन की तैयारी को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले 15 दिनों के लिए फिर से लॉकडाउन किया जाएगा. लेकिन आम आदमी मजदूरी करने वाले सड़कों पर अपना व्यापार करने वाले दुकानदार और व्यापारी लॉकडाउन की वजह से परेशान हैं और उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसलिए वे इस पक्ष में है कि लॉकडाउन खोला जाना चाहिए.
जबलपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित 9 लोग पाए गए हैं, जिनका इलाज जारी है. इसलिए जबलपुर में लॉकडाउन में निगरानी के साथ थोड़ी शिथिलता दी जा सकती है, ताकि आम लोगों को भी थोड़ा सा रोजगार मिल सके और सरकार के रेवेन्यू में भी थोड़ी सी बढ़ोतरी हो.