जबलपुर। जबलपुर में पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. बेलखेड़ा पुलिस पर 10 साल के बच्चे और उसके पिता ने पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं . आरोप है कि मोबाइल चोरी के आरोप में पुलिसवालोें ने 10 साल के लड़के को इतना पीटा कि उसके कान के पर्दे फट गए.
मासूम की गुनहगार है बेलखेड़ा पुलिस !
10 साल के बच्चे को उसके साथी ने मोबाइल रखने दिया था. पुलिस ने समझा कि ये माबाइल चोरी का है. बच्चे ने जैसे ही घर जाकर मोबाइल चालू किया, तो पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर ली. बच्चे के परिजनों का आरोप है कि पुलिस उसके घर पहुंची और बिना पूछताछ के मासूम को पीटना शुरु कर दिया. बच्चे ने कई बार कहा, कि उसने चोरी नहीं की है. ये फोन उसके दोस्त ने रखने के लिए दिया है. पुलिस ने उसकी एक ना सुनी. बच्चे के पिता का आरोप है कि बच्चे को बुरी तरह पाटी. पिता ने रोकने की कोशिश की, तो उसे भी पुलिसवालों ने बेरहमी से पीट दिया.
ये पुलिस है या शैतान ?
पिता का कहना है कि बच्चे को पुलिसवाले तब तक पीटते रहे, जब तक कि उसके कान से खून आने नहीं लगा. मारपीट में बच्चे के कान का पर्दा फट गया. 10 साल के मासूम को सुनाई देना बंद हो गया. परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर ये भी आरोप लगाया कि बच्चे को घायल हालत में पुलिस वाले अस्पताल की बजाय थाने ले गए.
परिजनों ने घेरा SP का दफ्तर
घायल हालात में बच्चे और पिता के साथ परिजनों ने एस.पी आफिस का घेराव किया. पीड़ितों ने पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए. शिकायत के बाद एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने बच्चे के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को बुलाया. बच्चे को उनकी पहचान करने के लिए कहा. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटनाक्रम की जांच होगी. जो भी पुलिसकर्मी दोषी होगा, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा .
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कभी वर्दी पहनकर शराब पीना, तो कभी बेकसूर लोगों के साथ मारपीट. ऐसा घटनाओं के लिए जबलपुर पुलिस आए दिन बदनाम हो रही है. ऐसे में आमजन का भरोसा कैसे जीत पाएगी 'खाकी'.