जबलपुर। पिछले साल आज ही के दिन पुलवामा हमला हुआ था, जिसमें देश के 40 जवानों ने अपनी जान गंवाई थी. इनमें से एक शहीद जबलपुर के रहने वाले अश्विनी काछी भी थे. वे सीहोरा तहसील के खुड़ावल गांव के रहने वाले थे. जब उनकी शहादत की खबर आई, तो उनके घर पर नेताओं का तांता लग गया था. सरकार ने भी वादों की झड़ी लगा दी थी, लेकिन अब शहीद के परिजनों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.
अश्विनी काछी के परिवार ने सरकार के प्रति आक्रोश जाहिर किया है. उनके परिजनों का आरोप है कि पुलवामा हमले को एक साल हो गए हैं, पर अब तक यह पता नहीं लग पाया है कि आखिर इस हमले के पीछे किसकी साजिश थी. उनका कहना है कि यह आतंकी हमला नहीं था, बल्कि अपनों की ही साजिश थी. जिसके चलते अब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो पाई है.
परिवार का कहना है कि राज्य सरकार ने शहीद अश्विनी काछी की प्रतिमा लगाने की भी बात कही थी, लेकिन यह प्रतिमा भी उन्होंने नहीं लगवाई. जब कहीं से कोई उम्मीद नहीं दिखी, तो परिजनों ने अपने ही पैसे से शहीद की प्रतिमा लगवाई है.
गांव के लोगों का कहना है कि शहीद अश्विनी काछी के अंतिम संस्कार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ गांव आए थे और कई मंत्री और विधायक भी गांव आए थे, जिन्होंने शहीदों के इस गांव में नए सैनिकों के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की बात कही थी, जो आज तक पूरी नहीं हुई. इसे लेकर भी गांव वालों ने आक्रोश जाहिर किया.