जबलपुर। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने योग दिवस पर बड़ा ऐलान किया है. उन्होने "मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में योग की शिक्षा को अनिवार्य करने की घोषणा की है. जबलपुर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि यह बेहद जरुरी है कि बचपन से ही बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता आए. वो योग के फायदे जानें. उन्होंने कहा कि योग स्वस्थ्य रहने के लिए है. यह कोई संकीर्ण दृष्टि नहीं है. आज यह दुनिया के 180 देशों में हो रहा है. उन्होंने कहा कि योग का किसी पंथ से भी संबंध नहीं है, योग विश्व कल्याण के लिए है.
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मध्यप्रदेश में हमने फैसला लिया है, विद्यालयों में योग की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी... pic.twitter.com/j59Wa36PLg
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 21, 2023
दुनिया को बनाया योगमय: सीएम ने कहा कि "आइए इस अवसर पर हम संकल्प लें कि आज तो हम योग करेंगे ही, इसके बाद रोज योग करेंगे. बीमार रहना अपने साथ अन्याय है, बीमारी की वजह से हम काम नहीं कर पाते हैं. इस वजह से हमारी जो उर्जा देश के विकास में लगनी चाहिए वो नहीं लग पाती. बीमार होकर हम देश पर बोझ बन जाते हैं. हेल्दी रहना भी देश की सबसे बड़ी सेवा है. इसलिए योग करें और निरोग रहें. इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने पूरी दुनिया को योगमय कर दिया."
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: जबलपुर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि रहें. इस समारोह में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आदि गणमान्य व्यक्ति भाग लिया. इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम है 'वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग'.
योग आयोग का गठन: मध्य प्रदेश में सरकार ने योग को लेकर पहले भी कई बड़े फैसले लिए हैं. इसमें योग आयोग का राज्य स्तर पर गठन सबसे प्रमुख है. एमपी की शिवराज सरकार ने साल 2022 में योग आयोग के गठन का ऐलान किया था. इसके पीछे मकसद था योग को लेकर आम जनमानस में जागरुकता ताकि लोग स्वस्थ्य रहें और अच्छी लाइफ लीड कर सकें. आयोग का गठन साल 2022 में विश्व योग दिवस (International Yoga Day 2023 at UN Headquarter) के ठीक अगले दिन यानि 22 जून को कर दिया था.
इस आयोग की मुख्य जिम्मेदारी मध्य प्रदेश में योग के प्रति जागरुकता फैलाना तो है ही साथ में योग से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारना, अलग अलग प्रोग्राम्स बनाना और उनका क्रियान्वयन करना है. यही आयोग इस फील्ड में बेस्ट परफॉर्म करने वाले लोगों और संस्थाओं का चयन कर उन्हे सम्मान दिलाने के सरकार को नॉमीनेट करता है. मध्य प्रदेश का यह आयोग स्पेशलाइजेशन और ट्रेनिंग के लिए महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान से जुड़ा है. यहां के विशेषज्ञ इस आयोग के लिए नियमावली भी बनाते हैं.