जबलपुर। गेहूं खरीदी केंद्रों में किसानों के साथ लूट मची हुई है. शासन के स्पष्ट निर्देश के बावजूद किसानों से तुलाई के 30 रुपए और बोरा सिलाई के 2 रुपए लिए जा रहे हैं. किसानों के साथ हो रही लूट का सिलसिला शहपुरा के चरगवां की सूखा, बड़खेरा, बिजौरी सहित पांचों खरीदी केंद्रों पर जारी है. जहां किसान खरीदी केंद्रों के कर्ताधर्ताओं से परेशान हैं. किसानों ने इसकी शिकायत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से भी की है, लेकिन आज तक लूट पर रोक नहीं लगाई गई है.
तुलाई के पैसे लेने पर खुलते हैं बोरे
किसानों ने बताया कि खरीदी केंद्रों में लूट इस कदर से की जा रही है कि उन्हीं किसानों के बोरे तौल के लिए खुलते हैं, जो पहले तुलाई के पैसे देते हैं. यही हाल बोरे सिलाई का है. गेहूं तुलाई के बाद बोरा सिलाई उसी किसान की होती हैं, जो पहले से हम्माल को पैसे देते हैं. किसानों का कहना है कि खुलेआम उनके साथ लूट की जा रही है, लेकिन बोलने वाला कोई नहीं है.
व्यापारी घर जाकर दे रहे किसानों को पैसा
इधर मौके का फायदा उठाते हुए बिचौलिए और व्यापारी किसानों को घर जाकर फसल का एडवांस भुगतान कर रहे हैं. जरूरतमंद किसान व्यापारियों से पैसा भी ले रहे हैं. इसकी वजह ये है कि, किसान घर पर ही बिचौलिए को फसल बेचना ज्यादा उपयुक्त समझ रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि, बाद में यही फसल समर्थन मूल्य पर व्यापारी सरकार को बेच रहे हैं.
खरीदी केंद्रों में मिलीभगत से लूट हो रही है
केंद्र प्रभारी खुद पैसे नहीं लेते हैं लेकिन हम्माल के माध्यम से पैस लिया जाता है. केंद्रों में मची लूट की जानकारी अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को है, लेकिन कोई भी इस लूट पर रोक नहीं लगा पा रहा है. वहीं अधिकारी जांच के लिए तो आते हैं, लेकिन कार्रवाई किस पर होती है ये आज तक किसी को नहीं मालूम.