जबलपुर। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन से कटकर हुई 16 लोगों की मौत का दुखद नजारा देखने वाले मंडला के इंद्रलाल ने ईटीवी भारत को बताया कि कैसा था वो मंजर. जब सब लोग पटरी पर सो रहे थे और अचानक ही तेज गति से आई ट्रेन ने 16 मजदूरों को अपनी आगोश में लेकर मौत की नीद में सुला दिया. औरंगाबाद से जबलपुर एक्सप्रेस ट्रेन करीब 1400 मजदूरों को लेकर जबलपुर पहुंची, उसी ट्रेन की एक बोगी में वो सभी 16 शव भी थे जो औरंगाबाद में ट्रेन हादसे का शिकार हुए. उसी में सवार थे इंदरलाल, जिसमें कि उसके साथियों के शव भी थे.
जो हुआ वो बहुत ही खौफनाक था
इंद्रकुमार ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनके साथियों का काम कंपनी में बंद हो गया था, जिसके बाद सब ने फैसला लिया कि रेल पटरी के रास्ते से पैदल ही अपने सफर के पर निकल चलते हैं. घटना वाली रात सबने एक साथ खाना खाया और थकान के चलते वहीं लेट गए. कुछ लोग पटरी के किनारे सो रहे थे तो कुछ लोग बीच में. इसके बाद जब रात को अचानक ही माल गाड़ी आई तो उसकी चपेट में पटरी के बीच में सो रहे 16 लोग आ गए और सभी की मौत हो गई.
इंद्रलाल ने बताया कि थकान के चलते सभी लोग सो गए थे पर जब कुछ देर बाद हादसा हुआ तो सबकी नींद उड़ गई. हालांकि हादसे के बाद ट्रेन वहीं ट्रैक पर रुक गई और इसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन सहित रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने शव को सुरक्षित किया.
सभी 16 शव पहुंचे जबलपुर
औरंगाबाद से जबलपुर आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 16 शवों के साथ वो दोनों घायल युवक भी थे, जिन्होंने की ये पूरा मंजर अपनी आंखों से देखा था. आज करीब 1400 यात्रियों को लेकर जबलपुर आई 24 कोच की श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 16 शव भी थे, जिन्हें ट्रेन से आगे भिजवाया गया.