जबलपुर। जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स भारतीय सीमा पर सेना के लिए जरूरी निर्माण कार्यों को करते हैं. जबलपुर के मड़ाई इलाके के 28 वर्षीय संगीत सूर्यवंशी की बीते दिनों जीआरईएफ में नौकरी लगी थी और वे कुछ दिनों की ट्रेनिंग करने के बाद पहली पोस्टिंग पर लद्दाख पहुंचे थे. लेह से लगभग 300 किलोमीटर दूर संगीत सूर्यवंशी की पोस्टिंग थी, वह यहां लगभग ढाई महीने से थे. 2 दिन पहले उनकी रात में परिवार के सदस्यों से बात हुई इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी. आनन-फानन में संगीत को सेना के अस्पताल तक पहुंचाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
हार्ट अटैक से मौत: संदीप के साथियों का कहना है कि उन्हें हार्टअटैक हुआ था, दरअसल लेह लद्दाख में ऊंचाई की वजह से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और जो लोग इस आबोहवा में रहने के अनुकूल नहीं होते उन्हें कई किस्म की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हार्ट अटैक उन्हीं से जुड़ी हुई एक समस्या है जिसकी वजह से संगीत सूर्यवंशी की जान गई.
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राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार: शहीद संगीत सूर्यवंशी के शव को GREF के सैनिक लेह से जबलपुर लेकर आए. जबलपुर में उनके अंतिम संस्कार में जबलपुर के कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी के अलावा पुलिस के जवान भी पहुंचे और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया. संगीत के अंतिम संस्कार में इलाके के आम लोग भी शामिल हुए और सभी ने देशभक्ति से भरे नारों के बीच शहीद को विदाई दी. परिवार के लोगों का कहना है कि वह इतने जल्दी अपने परिवार के सदस्य को अपने बीच से विदा करने के लिए तैयार नहीं थे लेकिन उन्हें इस बात का गर्व है कि उनका भाई देश की सेवा करते हुए शहीद हुआ.