जबलपुर। शनिवार सुबह जबलपुर के शास्त्री ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर एक व्यक्ति का शव मिला, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. फिलहाल यह कहा नहीं जा सकता कि मृतक ने आत्महत्या की है या किसी के द्वारा हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंका गया है. लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि 3 थानों की पुलिस और आरपीएफ सीमा विवाद में उलझी हुई है. जिसके चलते मृतक के शव को पोस्टमार्टम में भेजने और पंचनामा कार्रवाई करने में पुलिस को कई घंटे लग गए. इस बीच करीब 2 दर्जन से ज्यादा ट्रेनें मृतक के शरीर के ऊपर से गुजरती रहीं, लेकिन पुलिस ने मृतक के शव को उठाकर रेलवे ट्रैक से दूर करना भी उचित नहीं समझा.
सीमा विवाद के चलते 7 घंटे तक रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा शवः दरअसल, जबलपुर आरपीएफ पुलिस को सुबह 5 बजे सूचना मिली कि शास्त्री ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर एक व्यक्ति का शरीर दो भागों में कटा हुआ पड़ा है. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस और आरपीएफ मौके पर पहुंची. वहीं, इस मामले की सूचना मिलते ही ओमती, गोरखपुर, मदन महल थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तीनों थानों की पुलिस ने सीमा क्षेत्र न होने के कारण पल्ला झाड़ लिया, जिसके चलते मृतक का शव 7 घंटे तक रेलवे ट्रैक पर ही पड़ा रहा.
अनूपपुर का रहने वाला है मृतकः पुलिस को आसपास पूछताछ में पता चला कि मृतक अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ अमरकंटक का रहने वाला है, जिसका नाम प्रेमा बंजारा है. प्रेमा अपने मालिक के साथ कल देर शाम बोलेरो कार का काम कराने के लिए जबलपुर पहुंचा था. मालिक ने पैसे देकर ड्राइवर को रुकने को कहा और कार मालिक बस से अपने घर चले गए. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. वहीं, पुलिस मृतक के परिजनों का जबलपुर पहुंचने का इंतजार कर रही है.
इस मामले को लेकर जीआरपी के सब इंस्पेक्टर रामराज गौतम ने कहा, ''शास्त्री ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर व्यक्ति का शव पड़ा हुआ मिलने की सूचना मिली है. मौके पर पहुंच कर पुलिस को सूचना दी है. पुलिस में सीमा विवाद के चलते मृतक का शव 7 घंटे तक रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा है. अब आगे की कार्रवाई पुलिस की ओर से की जा रही है.''