जबलपुर: नवरात्र के दौरान जबलपुर शहर में मांस-मछली खुलेआम बेची जा रही है. इससे सदर इलाके के लोग खासे परेशान हैं. लोगों ने सोमवार को हिंदू धर्म सेना नाम के संगठन के माध्यम से सदर प्रशासन से अपील की है कि खुले में बिक रहे मांस और मछली की दुकानों को कुछ दिनों के लिए बंद करवाया जाए.
अंग्रेजों ने बनाए थे बंद बाजार: जबलपुर का सदर इलाका कैंट बोर्ड के अधीन आता है. इस इलाके की बसाहट अंग्रेजों के जमाने की है. अंग्रेजों ने यहां छोटे-छोटे बाजार बनवाये थे और उन्होंने इस बात का ध्यान रखा था कि शाकाहारी लोगों को मांस और मछली की दुकानों से परेशानी हो सकती है, इसलिए इसे खुले में ना बेचा जाए. लिहाजा अंग्रेजों ने मांस और मछली की दुकानों के लिए बंद बाजार बनावाये थे.
एक मोहल्ले में 20 मटन शॉप: सदर ही नहीं शहर के दूसरे इलाकों में भी खुलेआम मांस और मछली की दुकानें चल रही हैं. इनके आसपास से गुजरने में शाकाहारी लोगों को बहुत परेशानी होती है, लेकिन प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. इन दुकानों को न तो बंद किया जा रहा है और न ही व्यवस्थित किया जा रहा है.
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हिंदूवादी संगठनों का आंदोलन: हिंदू धर्म सेना के पदाधिकारी योगेश अग्रवाल का कहना है कि "इन दिनों नवरात्र के समय लोग व्रत कर रहे हैं, ऐसे में बाजार में जाकर उन्हें शाकाहारी सामान खरीदने में परेशानी हो रही है. नवरात्र के दौरान मांस और मछली की दुकानों पर वैसे ही पाबंदी हो जानी चाहिए, लेकिन यह खुलेआम बिक रहा है." हिंदू धर्म सेना की बात सदर प्रशासन ने मानी है और जल्दी ही अपने कर्मचारियों के माध्यम से इन्हें पुराने बाजारों में भेजने की कार्रवाई की जाएगी.