जबलपुर। प्रदेश में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी की विकास यात्रा हर मोहल्ले में निकाली जा रही है. इस विकास यात्रा में भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार की योजनाएं आम जनता को बताना चाह रही है. इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत भाजपा के कार्यकर्ता रोज अलग-अलग जगहों पर विकास यात्राएं निकाल रहे हैं, लेकिन इस यात्रा में आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने साथ गली मोहल्लों में घुमा रहे हैं. वहीं, जबलपुर में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की विकास यात्रा में शामिल होने का विरोध किया है. इन्होंने कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
भोपाल में आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सरकार को दी खुली चेतावनी
कांग्रेस के नेताओं का आरोपः कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भाजपा अपने निजी कार्यक्रम में खुले तौर पर इस्तेमाल कर रही है जो गलत है. कांग्रेस ने कहा कि आशा कार्यकर्ता को मात्र 2000 मिलते हैं और यह पैसा भी हर महीने नहीं आता. सरकार इनका इस्तेमाल तो कर रही है लेकिन इनको हर महीने तनख्वाह तक नहीं दी जा रही है, यह सरासर गलत है, एक जिम्मेदार सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए और इन कार्यकर्ताओं को नियमित वेतन मिलना चाहिए.
आशा कार्यकर्ता की बड़ी लापरवाही, गर्भवती महिला को दी एक्सपायरी दवा
आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समाज के उस लाचार वर्ग को मदद पहुंचाती है जो सबसे कमजोर है, जिन गर्भवती महिलाओं को दवाइयों की जरूरत होती है, वह आशा कार्यकर्ता के माध्यम से मिलती हैं और जिन गरीब बच्चों को पोषण की जरूरत है वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए मिलता है, यदि यह कार्यकर्ता विकास यात्रा में जाएंगे तो कहीं ना कहीं गरीब महिलाएं और गरीब बच्चे प्रभावित हो रहे होंगे.