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Jabalpur Fraud Case: बुजुर्ग से 14 लाख रुपए की ठगी, खुदाई में मिला सोना बताकर जालसाजों ने थमाए नकली सिक्के - जबलपुर क्राइम खबर

जबलपुर में खुदाई में मिले सोने के सिक्के की कहानी सुना कर जालसाजों ने बुजुर्ग से 14 लाख रुपए ठग लिए और नकली सिक्के थमा कर गायब हो गए. हनुमान ताल थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है.

jabalpur fraud case
जबलपुर में बुजुर्ग से 14 लाख रुपये की ठगी
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Published : Mar 15, 2023, 10:20 PM IST

जबलपुर। पुराने मकान में खुदाई के दौरान मिले सोने के सिक्कों की कहानी सुना कर जालसाजों ने बुजुर्ग को नकली सिक्के थमा कर उनसे लाखों रुपए ठग लिए. मामले की शिकायत हनुमान ताल थाने में दर्ज कराई गई है. शहर के चांदनी चौक इलाके के रहने वाले 57 साल के मोहम्मद हारुन बुधवार को हनुमान ताल थाने पहुंचे और उन्होंने मोहन और रमेश के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. आरोप है कि मोहन और रमेश ने उनके साथ 14 लाख रुपयों की ठगी की है.

खुदाई में सिक्का मिलने का दावा: मोहम्मद हारुन बहुरा बाग इलाके में टीन की चादरों की दुकान चलाते हैं. 30 जनवरी को मोहम्मद हारून की दुकान पर एक शख्स आया. उसने चांदी का एक सिक्का निकाला और मोहम्मद हारुन से पूछा कि वह इस सिक्के को बेचना चाहता है. इस पर मोहम्मद हारून ने इस आदमी को बैंक जाने की सलाह दी और वह शख्स वहां से चला गया. दूसरे दिन वही आदमी अपने एक दूसरे दोस्त के साथ दोबारा मोहम्मद हारून की दुकान पर पहुंचा और उसने कहा कि साहब आपके कहे अनुसार मैं कल बैंक गया था लेकिन उन्होंने हमसे सिक्का नहीं खरीदा जबकि हम लोग इंदौर में जेसीबी चलाते हैं और पुराने मकान को ढहाने के दौरान हमें कुछ चांदी और सोने के जेवरात मिले हैं लेकिन हम पर कोई भरोसा नहीं कर रहा है. लोगों को लगता है कि हम यह माल चोरी करके लाए हैं. मोहम्मद हारून ने इनकी बात तो सुन ली लेकिन माल खरीदने से मना कर दिया.

सोने का ताबीज लेकर दोबारा पहुंचे आरोपी: 2 दिन बाद यह दोनों आदमी एक महिला के साथ एक बार फिर मोहम्मद हारुन की दुकान पर पहुंचे और इन लोगों ने एक चांदी का सिक्का और एक सोने का ताबीज मोहम्मद हारून को दिया और इन लोगों ने एक बार फिर अपनी गरीबी का रोना मोहम्मद हारून को सुनाया. इन लोगों का कहना था कि इस माल को बेचकर वे अपना धंधा शुरू करना चाहते हैं. आप जहां चाहे इस माल को चेक करवा सकते हैं और वह सिक्का और सोने का ताबीज मोहम्मद हारून की दुकान पर छोड़ कर चले गए.

Must Read:- क्राइम से जुड़ी खबरें...

ठगों ने जाल में फंसाया: अब तक मोहम्मद हारुन इन बदमाशों के बिछाए हुए जाल में आधे तरीके से फंस गए थे. मोहम्मद हारून ने सिक्के और सोने की टुकड़े की जांच एक जानकार से करवाई तो पता चला कि सोना और चांदी असली है. अब तक मोहम्मद हारुन का भरोसा पक्का हो गया और उन्हें रमेश और मोहन की कहानी भी सही नजर आने लगी. इसके बाद मोहम्मद हारून के पास एक फोन आया कि हमारे पास ऐसा लगभग 1 किलो सोना है. 60 लाख का यह माल मात्र 20 लाख रुपयों में मोहम्मद हारुन को दे देंगे. सौदे पर बातचीत शुरू हुई और 14 लाख रुपए सौदा तय हुआ.

गुपचुप हुआ सौदा: बातचीत के दौरान जालसाज ने मोहम्मद हारुन से कहा कि वह इस सौदे के बारे में किसी को जानकारी ना दें वरना हम गरीबों का नुकसान हो जाएगा. लिहाजा मोहम्मद हारुन ने गुपचुप तरीके से इन बदमाशों से थैली ले ली और इन्हें पैसा दे दिया. पैसा मिलने के बाद से रमेश और मोहन गायब हैं और मोहम्मद हारुन नकली सिक्के लिए घूम रहे हैं. मोहम्मद हारून ने अपनी पूरी कहानी हनुमान ताल थाना पुलिस को सुनाई है. विडंबना यह है कि ना तो रमेश और मोहन के नाम सही हैं ना इन लोगों का कोई पता किसी को पता है और ना ही इनका मोबाइल नंबर चालू है. लालच में आकर मोहम्मद हारुन अपनी मेहनत के 14 लाख रुपए गवां चुके हैं. पुलिस ने धारा 420 और 34 के तहत एफ आई आर दर्ज कर ली है.

जबलपुर। पुराने मकान में खुदाई के दौरान मिले सोने के सिक्कों की कहानी सुना कर जालसाजों ने बुजुर्ग को नकली सिक्के थमा कर उनसे लाखों रुपए ठग लिए. मामले की शिकायत हनुमान ताल थाने में दर्ज कराई गई है. शहर के चांदनी चौक इलाके के रहने वाले 57 साल के मोहम्मद हारुन बुधवार को हनुमान ताल थाने पहुंचे और उन्होंने मोहन और रमेश के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. आरोप है कि मोहन और रमेश ने उनके साथ 14 लाख रुपयों की ठगी की है.

खुदाई में सिक्का मिलने का दावा: मोहम्मद हारुन बहुरा बाग इलाके में टीन की चादरों की दुकान चलाते हैं. 30 जनवरी को मोहम्मद हारून की दुकान पर एक शख्स आया. उसने चांदी का एक सिक्का निकाला और मोहम्मद हारुन से पूछा कि वह इस सिक्के को बेचना चाहता है. इस पर मोहम्मद हारून ने इस आदमी को बैंक जाने की सलाह दी और वह शख्स वहां से चला गया. दूसरे दिन वही आदमी अपने एक दूसरे दोस्त के साथ दोबारा मोहम्मद हारून की दुकान पर पहुंचा और उसने कहा कि साहब आपके कहे अनुसार मैं कल बैंक गया था लेकिन उन्होंने हमसे सिक्का नहीं खरीदा जबकि हम लोग इंदौर में जेसीबी चलाते हैं और पुराने मकान को ढहाने के दौरान हमें कुछ चांदी और सोने के जेवरात मिले हैं लेकिन हम पर कोई भरोसा नहीं कर रहा है. लोगों को लगता है कि हम यह माल चोरी करके लाए हैं. मोहम्मद हारून ने इनकी बात तो सुन ली लेकिन माल खरीदने से मना कर दिया.

सोने का ताबीज लेकर दोबारा पहुंचे आरोपी: 2 दिन बाद यह दोनों आदमी एक महिला के साथ एक बार फिर मोहम्मद हारुन की दुकान पर पहुंचे और इन लोगों ने एक चांदी का सिक्का और एक सोने का ताबीज मोहम्मद हारून को दिया और इन लोगों ने एक बार फिर अपनी गरीबी का रोना मोहम्मद हारून को सुनाया. इन लोगों का कहना था कि इस माल को बेचकर वे अपना धंधा शुरू करना चाहते हैं. आप जहां चाहे इस माल को चेक करवा सकते हैं और वह सिक्का और सोने का ताबीज मोहम्मद हारून की दुकान पर छोड़ कर चले गए.

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ठगों ने जाल में फंसाया: अब तक मोहम्मद हारुन इन बदमाशों के बिछाए हुए जाल में आधे तरीके से फंस गए थे. मोहम्मद हारून ने सिक्के और सोने की टुकड़े की जांच एक जानकार से करवाई तो पता चला कि सोना और चांदी असली है. अब तक मोहम्मद हारुन का भरोसा पक्का हो गया और उन्हें रमेश और मोहन की कहानी भी सही नजर आने लगी. इसके बाद मोहम्मद हारून के पास एक फोन आया कि हमारे पास ऐसा लगभग 1 किलो सोना है. 60 लाख का यह माल मात्र 20 लाख रुपयों में मोहम्मद हारुन को दे देंगे. सौदे पर बातचीत शुरू हुई और 14 लाख रुपए सौदा तय हुआ.

गुपचुप हुआ सौदा: बातचीत के दौरान जालसाज ने मोहम्मद हारुन से कहा कि वह इस सौदे के बारे में किसी को जानकारी ना दें वरना हम गरीबों का नुकसान हो जाएगा. लिहाजा मोहम्मद हारुन ने गुपचुप तरीके से इन बदमाशों से थैली ले ली और इन्हें पैसा दे दिया. पैसा मिलने के बाद से रमेश और मोहन गायब हैं और मोहम्मद हारुन नकली सिक्के लिए घूम रहे हैं. मोहम्मद हारून ने अपनी पूरी कहानी हनुमान ताल थाना पुलिस को सुनाई है. विडंबना यह है कि ना तो रमेश और मोहन के नाम सही हैं ना इन लोगों का कोई पता किसी को पता है और ना ही इनका मोबाइल नंबर चालू है. लालच में आकर मोहम्मद हारुन अपनी मेहनत के 14 लाख रुपए गवां चुके हैं. पुलिस ने धारा 420 और 34 के तहत एफ आई आर दर्ज कर ली है.

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