जबलपुर। स्मार्ट सिटी जबलपुर शहर के बच्चों के लिए विदेशी भाषाएं सीखने का मौका दे रही है. इसके तहत जबलपुर नगर निगम की गांधी भवन में लैंग्वेज लैब बनाई गई है, इसमें बच्चों को चाइनीस, जर्मन, फ्रेंच, डच, इंग्लिश और स्पेनिश यानि 6 विदेशी भाषाओं का ज्ञान दिया जाएगा. इसके लिए एक एडवांस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है, जो बच्चों को इन भाषाओं की व्याकरण शब्दार्थ और उच्चारण सिखाएगा. इस ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए बच्चों को टेस्ट भी देना होगा, टेस्ट में सफल होने के बाद इसका एडवांस प्रोग्राम शुरू होगा, जिसमें बच्चे इन विदेशी भाषाओं को और ज्यादा अच्छे स्तर पर सीख पाएंगे.
जबलपुर की पहली डिजिटल लाइब्रेरी: जबलपुर के ऐतिहासिक टाउन हॉल को लाइब्रेरी में तब्दील किया गया है, इसमें एक डिजिटल लाइब्रेरी भी बनाई गई है, इसमें लगभग 15 हजार पुस्तकों को कंप्यूटर पर बैठकर पड़ा जा सकता है. 120 कंप्यूटर के साथ एक अत्याधुनिक लाइब्रेरी बनाई गई है, इसमें दिन भर में एक हजार के करीब बच्चे पढ़ सकेंगे. इसके अलावा जबलपुर की नगर निगम की लाइब्रेरी में 50 हजार से ज्यादा पुस्तकें हैं, जिन्हें लाइब्रेरी के हॉल में भौतिक तौर पर पढ़ा जा सकता है.
मुफ्त में होगी कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी: लैंग्वेज लैब के अलावा कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों को कोचिंग के कोर्स और कोचिंग सा माहौल देने की भी कोशिश की जा रही है, इसमें कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों से मॉक टेस्ट भी लिए जा रहे हैं. इसे लेकर लाइब्रेरी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रसून द्विवेदी ने कहा कि "स्मार्ट सिटी इन कामों को निजी कंपनियों के जरिए करवा रही है, इसलिए इनमें अभी तक सरकारी रवैया देखने को नहीं मिल रहा है और छात्र इससे जुड़ रहे हैं. 120 कंप्यूटर वाली डिजिटल लाइब्रेरी शुरू होने के बाद छात्रों का रुझान कुछ और ज्यादा बढ़ेगा, अच्छी बात यह है कि यह पूरी सुविधा फिलहाल बच्चों के लिए मुफ्त है."