जबलपुर। संभाग के कमिश्नर बी चंद्रशेखर ने IAS की नौकरी छोड़ने का फैसला ले लिया है और उन्होंने शासन को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के लिए चिट्ठी लिखी है. सूत्रों के हवाले से जो खबर निकल कर आ रही है उसके मुताबिक शिवराज सरकार ने बी चंद्रशेखर का ट्रांसफर मंत्रालय में किया है जिससे वो नाखुश हैं. इसी के चलते उन्होने पद छोड़ने का फैसला लिया है. राज्य सचिवालय के सूत्रों के हवाले से खबर है कि जबलपुर के कमिश्नर और 2002 बैच के IAS ऑफिसर बी चंद्रशेखर ने शासन को नौकरी छोड़ने का आवेदन दिया है. वो VRS लेकर एक सामाजिक संगठन के साथ मिलकर काम करने जा रहे हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि बी चंद्रशेखर ने 3 महीने की तनख्वाह भी सरकार के खजाने में जमा कर दी है.
आज ही आया था ट्रांसफर का आदेश: आज ही जबलपुर के कमिश्नर बी चंद्रशेखर का तबादला मध्यप्रदेश शासन में सचिव पद पर किया था. उनकी जगह अभय कुमार वर्मा को जबलपुर का नया कमिश्नर बनाया गया है. कल चंद्रशेखर अपना प्रभार अभय कुमार वर्मा को सौंप देंगे और एक महीने बाद बी चंद्रशेखर नौकरी छोड़ देंगे. बी चंद्रशेखर किस संगठन के साथ काम करने जा रहे हैं इसकी पूरी जानकारी किसी के पास नहीं है. हालांकि उनके बीते सालों के व्यवहार से इस बात की जानकारी लगती है कि वह सामाजिक असमानता से परेशान थे. समाज में सभी एक बराबर हैं इस नीति पर काम करते रहे हैं, यहां तक कि उन्होंने कमिश्नर कोर्ट से डायस को हटाकर एक टेबल पर बैठकर न्याय करने की नई प्रणाली विकसित की थी.
बी चंद्रशेखर का यह कदम चौंकाने वाला: IAS के इस कदम से राज्य के प्रशासनिक तंत्र में हलचल है. अभी चंद्रशेखर की उम्र 45 के करीब हैं और नौकरी के 17 साल से ज्यादा का समय उनके पास है. सरकार में बहुत ऊंचे पदों तक पहुंचने की संभावना भी बची है, लेकिन इसी बीच में युवा आईएएस का सरकारी नौकरी को छोड़ने का फैसला सभी को आश्चर्यचकित कर रहा है. अभी तक भारत में जिन लोगों ने भी भारतीय प्रशासनिक सेवा को बीच में छोड़ा है उन्होंने कुछ बड़े कदम उठाए हैं, तो ऐसा माना जा सकता है कि बी चंद्रशेखर भी कोई बड़ा कदम उठाएंगे. फिलहाल सामाजिक संगठन के अलावा इनके किसी राजनीतिक संगठन में शामिल होने की कोई जानकारी किसी के पास नहीं है.