जबलपुर। भ्रष्टाचार की काली कमाई से महल खड़ा करने और अकूत संपत्ति जुटाने बाले द बोर्ड आफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के पूर्व चेयरमैन व बिशप पद से हटाए गए पीसी सिंह के खिलाफ ईओडब्ल्यू द्वारा साढ़े 4 हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार की गई है. इस चार्टशीट में पीसी सिंह के कारनामों के दस्तावेजों की लंबी फेहरिस्त शामिल हैं, ईओडब्ल्यू के अनुसार चार्जशीट में किसी प्रकार की कमी न रह जाए, इसके लिए पूरी रिपोर्ट ईओडब्ल्यू मुख्यालय भेजी गई है, अब मुख्यालय में चार्जशीट की जांच-पड़ताल किए जाने के बाद चालान पेश किया जाएगा.
इसलिए तैयार की गई चार्टशीट: सूत्रों के अनुसार ईओडब्ल्यू द्वारा तैयार की गई चार्जशीट में शैक्षणिक संस्थाओं को करोड़ों की चपत लगाने व डायोसिस की सम्पत्तियों को खुर्द-बुर्द करने के दस्तावेजों के अलावा पीसी सिंह के करीबी, राजदारों व संस्थाओं से जुड़े अन्य लोगों के बयानों को शामिल किया गया है. इसके अलावा पूरे मामले में पीसी सिंह (Bishop PC Singh Case) के साथ कितने लोगों को आरोपी बनाया गया है और कौन-कौन पीसी सिंह की करतूतों में भागीदार था, इसका पूरा ब्यौरा संलग्न किया गया है, जिससे पीसी सिंह व अन्य के खिलाफ लगाए गये आरोपों को सिद्ध किया जा सके.
Bishop PC Singh का एक ओर कारनामा, फर्जीवाड़ा कर बदल डाला नागपुर एजुकेशन बोर्ड का नाम
जाँच में सहयोग नहीं कर रहा आरोपी: पीसी सिंह मामले की जांच में जुटी ईओडब्ल्यू को छत्तीसगढ़ के एक्टिविस्ट नितिन लॉरेंस ने एक शिकायत दी है, इसमें पीसी सिंह की 8 सम्पत्तियों के दस्तावेज प्रस्तुत किए गये हैं. इन सम्पत्तियों में पीसी के पार्टनर कलकत्ता के बिशप पर जैकब के पार्टनर होने का आरोप लगाया गया है. जांच टीम द्वारा पीसी सिंह की इन सम्पत्तियों न का पता लगाने दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है, वहीं जिन प्रदेश में सम्पत्तियाँ हैं, वहाँ के प्रशासन से मूल दस्तावेज मँगाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जानकारों के अनुसार नागपुर डायोसिस के अधीन एजुकेशन बोर्ड को पीसी सिंह के दबाव में आकर बदले जाने के मामले में जाँच टीम द्वारा नागपुर के बिशप भीमराव दुपारे को तलब किया गया था. जानकारों के अनुसार बिशप दुपारे द्वारा जाँच में सहयोग नहीं किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में जांच टीम जल्द ही नागपुर जाकर दुपारे से पूछताछ करेगी और जाँच में साक्ष्य मिलने पर उन्हें भी आरोपी बनाया जा सकता है.