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जबलपुर जिला प्रशासन ने भू-माफियाओं से 45 करोड़ की जमीन कराई मुक्त

जबलपुर जिला प्रशासन ने भू-माफियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो महीनों में लगभग 44 करोड़ की संपत्ति को माफियाओं से मुक्त कराया है. इस दौरान पुलिस ने 8 से अधिक माफियाओं पर कार्रवाई की है.

Jabalpur
भू-माफियाओं पर कार्रवाई
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Published : Dec 29, 2020, 3:38 PM IST

जबलपुर। कमलनाथ सरकार में शुरू हुई माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई को शिवराज सरकार ने तेज कर दिया है. मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में बीते दो माह के अंतराल में करीब 44 करोड़ रु की संपत्ति को माफियाओं से जिला प्रशासन ने पुलिस और निगम के सहयोग से मुक्त करवाया है. लंबे समय से सरकारी जमीन पर कब्जा किए हुए भू-माफिया और सफेदपोशों की प्रशासन ने कमर तोड़ दी है.

भू-माफियाओं पर कार्रवाई

किससे, कितनी संपत्ति को कराया गया मुक्त

जबलपुर जिला प्रशासन ने सबसे पहले इस कार्रवाई की शुरुआत नोदरा ब्रिज स्थित अब्दुल रज्जाक से की थी. उसके बाद जिला प्रशासन ने गज्जू सोनकर-सरताज खान-दिलशाद खान सहित कई भू माफियाओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिा. एक के बाद एक लगातार कार्रवाई करते हुए इन भू-माफियों से सरकारी भूमि आजाद कराई गई.

आरोपी-----मुक्तभूमि---कीमत

  • कैलाश पटेल- तीन एकड़- 11करोड़
  • महेश यादव- 20 हजार वर्ग फुट- 8 करोड़
  • गजेंद्र सोनकर- 4400 वर्ग फुट- 6 करोड़
  • अब्दुल रज्जाक- 1.5 हेक्टर- 4 करोड़
  • मोनू सोनकर- 6 हजार वर्ग फुट- 4 करोड़
  • अब्दुल रज्जाक- 5 हजार वर्ग फुट- 3 करोड़
  • गजेंद्र सोनकर- 1400 वर्ग फुट- 2 करोड़
  • मोनू सोनकर. 2500 वर्ग फुट- 2 करोड़
  • अब्दुलरज्जक- 1500 वर्ग फुट- 1 करोड़
  • दिलशाद खान- 10 हजार वर्ग फुट- 1करोड़
  • सरताज खान- 875 वर्ग फुट- 60 लाख
  • अब्दुल रज्जाक- 1000 वर्ग फुट- 50 लाख
  • हरिशंकर पटेल- 1.45 हेक्टेयर- 1 करोड़

भू-माफियाओं की प्रशासन ने तोड़ दी कमर

बीते कई सालों से जबलपुर शहर के बड़े-बड़े भू-माफिया शासन की करोड़ों रुपए की जमीन दबाकर बैठे हुए थे. अभियान के दौरान सबसे बड़ी कार्रवाई बड़ी ओमती निवासी अब्दुल रज्जाक महेश यादव, कांग्रेस नेता गजेंद्र सोनकर के खिलाफ की गई. पुलिस प्रशासन व नगर निगम की संयुक्त टीम ने ताबड़तोड़ अंदाज में कार्रवाई करते हुए 44 करोड़ 10 लाख रुपए कीमत के साथ की जमीन पर कब्जा किए रसूखदारों के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया. माफियाओं पर हुई कार्रवाई को लेकर जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का कहना है कि राज्य शासन के निर्देश पर इस तरह की कार्रवाई अब सतत रूप से जारी रहेगी.

भाजपा ने प्रशासन की कार्रवाई को बताया सही

कमलनाथ सरकार के समय से शुरू हुई माफिया के खिलाफ होने वाली कार्रवाई शिवराज सरकार में और तेज हो गई है. भाजपा प्रवक्ता जमा खान माफियाओं के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई को लेकर कहते हैं कि निश्चित रूप से भाजपा सरकार में अब किसी भी माफियाओं को पनपने का मौका नहीं दिया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में सांठगांठ और सेटिंग माफियाओं से होती थी पर भाजपा शासन में यह बिल्कुल नहीं होता है. भाजपा प्रवक्ता जमा खान कहते हैं कि शिवराज सरकार में सिर्फ माफियाओं के खिलाफ ही कार्रवाई की जा रही है. किसी भी शरीफ आदमी की एक ईंट भी नहीं खींची गई है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार सिर्फ उन्हीं लोगों को अपना निशाना बना रही है जो भू माफिया बन गए थे और अवैध काम कर रहे थे.

माफियाओं पर कार्रवाई को लेकर पूर्व मंत्री का बयान

कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे लखन घनघोरिया कहते हैं कि अगर कार्रवाई हो रही है तो हम इसका स्वागत करते हैं. यह कार्यवाही अगर पक्षपात पूर्ण होती है तो फिर यह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अगर कार्रवाई कर रहा है तो उसमें बदले की भावना न हो.

करोड़ों की संपत्ति अवैध कब्जे से मुक्त कराने के बाद अब उन माफियाओं पर कार्रवाई की प्रशासन तैयारी कर रहा है जो कि ड्रग माफिया या नशे का कारोबार करते हैं. बताया जाता है इसमें गांजा के साथ जिले में नशीली दवाओं के अवैध कारोबारी सक्रिय हैं, जिस पर अब पुलिस प्रशासन जल्द ही अपना शिकंजा कसने वाली है.

जबलपुर। कमलनाथ सरकार में शुरू हुई माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई को शिवराज सरकार ने तेज कर दिया है. मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में बीते दो माह के अंतराल में करीब 44 करोड़ रु की संपत्ति को माफियाओं से जिला प्रशासन ने पुलिस और निगम के सहयोग से मुक्त करवाया है. लंबे समय से सरकारी जमीन पर कब्जा किए हुए भू-माफिया और सफेदपोशों की प्रशासन ने कमर तोड़ दी है.

भू-माफियाओं पर कार्रवाई

किससे, कितनी संपत्ति को कराया गया मुक्त

जबलपुर जिला प्रशासन ने सबसे पहले इस कार्रवाई की शुरुआत नोदरा ब्रिज स्थित अब्दुल रज्जाक से की थी. उसके बाद जिला प्रशासन ने गज्जू सोनकर-सरताज खान-दिलशाद खान सहित कई भू माफियाओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिा. एक के बाद एक लगातार कार्रवाई करते हुए इन भू-माफियों से सरकारी भूमि आजाद कराई गई.

आरोपी-----मुक्तभूमि---कीमत

  • कैलाश पटेल- तीन एकड़- 11करोड़
  • महेश यादव- 20 हजार वर्ग फुट- 8 करोड़
  • गजेंद्र सोनकर- 4400 वर्ग फुट- 6 करोड़
  • अब्दुल रज्जाक- 1.5 हेक्टर- 4 करोड़
  • मोनू सोनकर- 6 हजार वर्ग फुट- 4 करोड़
  • अब्दुल रज्जाक- 5 हजार वर्ग फुट- 3 करोड़
  • गजेंद्र सोनकर- 1400 वर्ग फुट- 2 करोड़
  • मोनू सोनकर. 2500 वर्ग फुट- 2 करोड़
  • अब्दुलरज्जक- 1500 वर्ग फुट- 1 करोड़
  • दिलशाद खान- 10 हजार वर्ग फुट- 1करोड़
  • सरताज खान- 875 वर्ग फुट- 60 लाख
  • अब्दुल रज्जाक- 1000 वर्ग फुट- 50 लाख
  • हरिशंकर पटेल- 1.45 हेक्टेयर- 1 करोड़

भू-माफियाओं की प्रशासन ने तोड़ दी कमर

बीते कई सालों से जबलपुर शहर के बड़े-बड़े भू-माफिया शासन की करोड़ों रुपए की जमीन दबाकर बैठे हुए थे. अभियान के दौरान सबसे बड़ी कार्रवाई बड़ी ओमती निवासी अब्दुल रज्जाक महेश यादव, कांग्रेस नेता गजेंद्र सोनकर के खिलाफ की गई. पुलिस प्रशासन व नगर निगम की संयुक्त टीम ने ताबड़तोड़ अंदाज में कार्रवाई करते हुए 44 करोड़ 10 लाख रुपए कीमत के साथ की जमीन पर कब्जा किए रसूखदारों के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया. माफियाओं पर हुई कार्रवाई को लेकर जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का कहना है कि राज्य शासन के निर्देश पर इस तरह की कार्रवाई अब सतत रूप से जारी रहेगी.

भाजपा ने प्रशासन की कार्रवाई को बताया सही

कमलनाथ सरकार के समय से शुरू हुई माफिया के खिलाफ होने वाली कार्रवाई शिवराज सरकार में और तेज हो गई है. भाजपा प्रवक्ता जमा खान माफियाओं के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई को लेकर कहते हैं कि निश्चित रूप से भाजपा सरकार में अब किसी भी माफियाओं को पनपने का मौका नहीं दिया जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में सांठगांठ और सेटिंग माफियाओं से होती थी पर भाजपा शासन में यह बिल्कुल नहीं होता है. भाजपा प्रवक्ता जमा खान कहते हैं कि शिवराज सरकार में सिर्फ माफियाओं के खिलाफ ही कार्रवाई की जा रही है. किसी भी शरीफ आदमी की एक ईंट भी नहीं खींची गई है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार सिर्फ उन्हीं लोगों को अपना निशाना बना रही है जो भू माफिया बन गए थे और अवैध काम कर रहे थे.

माफियाओं पर कार्रवाई को लेकर पूर्व मंत्री का बयान

कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे लखन घनघोरिया कहते हैं कि अगर कार्रवाई हो रही है तो हम इसका स्वागत करते हैं. यह कार्यवाही अगर पक्षपात पूर्ण होती है तो फिर यह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अगर कार्रवाई कर रहा है तो उसमें बदले की भावना न हो.

करोड़ों की संपत्ति अवैध कब्जे से मुक्त कराने के बाद अब उन माफियाओं पर कार्रवाई की प्रशासन तैयारी कर रहा है जो कि ड्रग माफिया या नशे का कारोबार करते हैं. बताया जाता है इसमें गांजा के साथ जिले में नशीली दवाओं के अवैध कारोबारी सक्रिय हैं, जिस पर अब पुलिस प्रशासन जल्द ही अपना शिकंजा कसने वाली है.

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