जबलपुर। जबलपुर में 16 साल के खिलाड़ी के साथ हॉस्टल के सीनियर्स ने जमकर मारपीट की. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया जबलपुर (साईं) का एक ट्रेनिंग सेंटर है. यह भारत सरकार के खेल मंत्रालय का संस्थान है. इसमें कराटे की ट्रेनिंग दी जाती है. देशभर से खिलाड़ी यहां ट्रेनिंग लेने के लिए आते हैं. राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी यहां तैयार किए जाते हैं. इसमें ट्रेनिंग देने वाले खिलाड़ियों को हॉस्टल की सुविधा दी गई है. यहीं पर अनुभवी प्रशिक्षक उन्हें सिखाते हैं. यहीं पर बैतूल से एक खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने के लिए यहां आया है, जो बीते एक साल से यहां रह रहा है. कल उसके साथ हॉस्टल में ही रहकर कराटे सीखने वाले 4 सीनियर खिलाड़ियों ने जमकर मारपीट की. इनमें से दो खिलाड़ी सतना के हैं. एक इलाहाबाद और एक खिलाड़ी हरियाणा का है.
जन्मदिन की पार्टी में बेरहमी से पीटा : 4 मार्च को पीड़ित खिलाड़ी का जन्मदिन था. सामान्य तौर पर जन्मदिन पर साथी दोस्त मजाक करते हैं लेकिन अचानक से यह मजाक मारपीट में बदल गई. इन चारों खिलाड़ियों ने जूनियर खिलाड़ी को एक लोहे के पट्टे से मारना शुरू कर दिया. पीड़ित छात्र की पीठ पर अभी भी पिटाई के जख्म मौजूद हैं. दरअसल, जिस खिलाड़ी के साथ मारपीट हुई है, वह बहुत ही होनहार है. साईं के अधिकारी बताते हैं कि इस छात्र में भविष्य रोशन करने की क्षमता है. वह दो बार नेशनल लेवल पर खेल चुका है. उसने कराटे में कई गोल्ड मेडल जीते हैं. साईं के अधिकारी और खिलाड़ी के पिता ने बताया कि जिन लड़कों ने बच्चे के साथ मारपीट की है, वे इस खिलाड़ी के प्रदर्शन से जलते थे. उन्हें लगता है कि यह आगे चलकर नाम कमाएगा, जबकि वे खुद इतना अच्छा खेल प्रदर्शित नहीं कर पा रहे हैं.
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ने की कार्रवाई : स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी कुलदीप सिंह बरार का कहना है कि जब यह घटना हुई, तब उन्हें पता था कि बच्चे का जन्मदिन मनाया जा रहा है. इसलिए थोड़ी सी लापरवाही हो गई. लेकिन मामला इतना बढ़ जाएगा, इसकी उम्मीद उन्हें नहीं थी. हालांकि घटना के तुरंत बाद चारों आरोपी खिलाड़ियों को हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया है. इन पर गंभीर कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है. पीड़ित छात्र के पिता अमरनाथ ने बैतूल से ही तुरंत हंड्रेड डायल को सूचना दी.
ये खबरें भी पढ़ें... |
अभी एफआईआर नहीं : मौके पर पहुंची पुलिस ने अधिकारियों से बात की. हालांकि अभी तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. लेकिन पीड़ित खिलाड़ी के पिता अमरनाथ का कहना है कि वह बच्चे के लिए न्याय चाहिए. आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वह थाने में शिकायत जरूर करेंगे. बच्चे के पिता का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उनका बच्चा देश के लिए खेलेगा. इसलिए वे उसका पासपोर्ट बनवाने के लिए उसे बुला रहे थे लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उसके साथ ऐसी घटना घटने वाली है.