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MP high Court : हाईकोर्ट ने पूछा - पीडीएस सामग्री की सप्लाई वाले वाहनों में जीपीएस क्यों नहीं

पीडीएस सामग्री की सप्लाई के लिए उपयोग में लाये जाने वाले वाहनों में जीपीएस लगाने के मामले को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन की तरफ से पेश किये गये जवाब में बताया गया कि ये प्रचलन में है. हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमठ तथा जस्टिस विशाल मिश्रा की युगलपीठ ने वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाने तथा उसके कमांड एव कंट्रोल सेंटर स्थापित करने चार सप्ताह का समय प्रदान किया है. (PDS material supplying vehicles) (GPS not in PDS material vehicles) (Hearing in high court)

GPS not in PDS material vehicles
पीडीएस सामग्री वाले वाहनों में जीपीएस क्यों नहीं
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Published : Aug 9, 2022, 6:20 PM IST

जबलपुर। भारतीय उपभोक्ता उत्थान संघ की तरफ से साल 2016 में दायर की गयी याचिका में कहा गया था कि गरीब वर्ग के लिए सरकार द्वारा पीडीएस के तहत राशन का वितरण करती है. पीडीएस साम्रगी के लिए वाहनों को ठेके में लिया जाता है, जिसके लिए टेंडर जारी किया जाता है. माल सप्लाई में पारदर्शिता के लिए वाहनों में जीपीएस लगाने का प्रावधान शर्तों में होने के बावजूद भी उसका पालन नहीं किया जा रहा है.

याचिका में गड़बड़ियों का हवाला दिया : याचिका के साथ सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के हवाला देते हुए बताया गया था कि पीडीएस साम्रगी की सप्लाई में जमकर घोटाला हुआ है. गरीब के राशन से भरा ट्रक ही रास्ते में गायब हो गये.

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ये दिया कोर्ट में जवाब : याचिका की सुनवाई के दौरान मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन की तरफ से बताया गया कि निर्धारित शर्तों के अनुसार ठेकेदारों को खुद के वाहन तथा अनुबंधित वाहनों में जीपीएस लगाने तथा उसकी मॉनिटरिंग के लिए कमांड एव कंट्रोल सेंटर स्थापित करने निर्देश दिये गये हैं. याचिका की सुनवाई के बाद युगलपीठ ने उक्त आदेश जारी किये. याचिकाकर्ता की तरफ से अधिवक्ता नित्यानंद मिश्रा ने पैरवी की. (PDS material supplying vehicles) (GPS not in PDS material vehicles) (Hearing in high court)

जबलपुर। भारतीय उपभोक्ता उत्थान संघ की तरफ से साल 2016 में दायर की गयी याचिका में कहा गया था कि गरीब वर्ग के लिए सरकार द्वारा पीडीएस के तहत राशन का वितरण करती है. पीडीएस साम्रगी के लिए वाहनों को ठेके में लिया जाता है, जिसके लिए टेंडर जारी किया जाता है. माल सप्लाई में पारदर्शिता के लिए वाहनों में जीपीएस लगाने का प्रावधान शर्तों में होने के बावजूद भी उसका पालन नहीं किया जा रहा है.

याचिका में गड़बड़ियों का हवाला दिया : याचिका के साथ सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के हवाला देते हुए बताया गया था कि पीडीएस साम्रगी की सप्लाई में जमकर घोटाला हुआ है. गरीब के राशन से भरा ट्रक ही रास्ते में गायब हो गये.

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