जबलपुर। जबलपुर से मुंबई-दिल्ली और सूरत की ओर जाने वाली ट्रेनों के जरिए हवाला का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो साल के दौरान जीआरपी और आरपीएफ ने मिलकर हवाला पैडलर्स के कब्जे से करीब 5 करोड़ रुपये की काली कमाई जब्त की हैं. हवाला का रुपया पकड़े जाने पर, जांच की बातें भी हुई. लेकिन आज तक किसी भी हवाला पैडलर्स के सोर्स को नहीं पकड़ा जा सका है. जिसका एक कारण यह भी है कि जबलपुर से जुड़े ट्रेन रूट पर हवाला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. जबलपुर रेल डिवीजन के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त त्रिपाठी भी मानते हैं कि जबलपुर से जुड़े ट्रेन रुट पर इस्तेमाल हवाला के काला कारोबार के लिए किया जा रहा है. जिसे रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त के मुताबिक अब तक के मामलों में पैडलर्स की गिरफ्तारी कर राशि आयकर विभाग को सौंपी गई है. अब हवाला रैकेट के सोर्स भी सोच तक पहुंचने का काम आयकर विभाग की जांच पूरी होने के बाद ही हो पाएगा. उनके मुताबिक आरपीएफ अमला सीसीटीवी कैमरा और गश्त के जरिए यह सुनिश्चित करने की कोशिश में है कि जबलपुर से जुड़े ट्रेन रुट का इस्तेमाल हवाला कारोबार के लिए ना हो पाए.