जबलपुर। पेशे से सरकारी शिक्षक राखी वंशकार जबलपुर के घमापुर में एक बेहद ही गरीब बस्ती में रहती हैं, जहां ज्यादातर लोग अनपढ़ हैं और बांस से सामान बनाने का काम करते हैं. इन लोगों के पास न स्मार्टफोन हैं और न ही ऑनलाइन पढ़ाई के लिए इंटरनेट का कोई साधन, ऐसे में राखी इन बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ा रही हैं.
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राखी कुछ होशियार बच्चों को छोटे बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है. घमापुर शहर का बेहद गरीब इलाका है. यहां पर ज्यादातर लोग बांस के सामान बनाकर बेजते हैं. राखी खुद भी बंशकार हैं और इस गरीबी को समझती हैं, इसलिए वे इन बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित कर रही हैं. लॉकडाउन में बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन राखी की वजह से इनकी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आ रही है और राखी मोहल्ले के बच्चों को उनके घरों में ही जाकर शिक्षा देने की कोशिश कर रही हैं.
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राखी का प्रयास सराहनीय है, क्योंकि सरकारी शिक्षक पढ़ाई ना करवाने के लिए बदनाम हैं. ऐसे में राखी जो कर रही हैं वह थोड़ा सा लीक से हटकर है, यदि दूसरे शिक्षक भी इसी तरीके से अपने आस-पास में शिक्षा का उजाला फैलाएं तो अज्ञान का अंधकार खत्म किया जा सकता है.