जबलपुर। पूरा देश इस समय कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. केंद्र सरकार इस जुगत में लगी हुई है कि कैसे कोरोना वायरस से जीता जाए, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार उप चुनाव की तैयारी में जुट गई है.
मध्यप्रदेश में 24 सीटों में उपचुनाव होना है, ये वो सीटें है जो कि कांग्रेस के विधायकों के भाजपा में आ जाने के बाद खाली हुई थीं या फिर उन सीटों से वर्तमान विधायकों का निधन हो गया था. सरकार ने उपचुनाव को लेकर ऐसी विधानसभाओं को ग्रीन और ऑरेंज जोन घोषित भी कर दिया है, जबकि हकीकत में उन जिलों की तस्वीर कुछ और ही है.
नियम के मुताबिक ऐसी विधानसभा जहां कोई विधायक नहीं होता वहां 6 माह के भीतर उपचुनाव हो जाने चाहिए, नहीं तो उन विधानसभा में राष्ट्रपति शासन लग जाता है.
जगह, विधानसभा सीट और संक्रमित मामलों के हिसाब से किन जिलों में होना है विधानसभा उपचुनाव
मुरैना- मुरैना,अम्बाह,टिमरी,सुमावली,जौरा- 22(संक्रमित मरीज), ऑरेंज जोन
ग्वालियर- डबरा,ग्वालियर पूर्व,ग्वालियर - 26(संक्रमित मरीज), रेड जोन
अशोकनगर- अशोकनगर, मुंगावली- 2(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
शिवपुरी- पोहरी,करेरा- 3(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
भिंड - मेहगांव, गाहेद- 4(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
दतिया- भांडेर - 00(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
देवास- हाटपिपलिया- 48(संक्रमित मरीज), रेड जोन
रायसेन- रायसेन -64(संक्रमित मरीज), ऑरेंज जोन
इंदौर- इंदौर- जोन 3- 1935(संक्रमित मरीज), रेड जोन
गुना- बमोरी -1(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
सागर-सुर्खी -10(संक्रमित मरीज), ऑरेंज जोन
मंदसौर- सुवासरा -54 (संक्रमित मरीज), ऑरेंज जोन
अनूपपुर-अनूपपुर -3(संक्रमित मरीज), ग्रीन जोन
धार-बदनावर- 79(संक्रमित मरीज), रेड जोन
आगर मालवा-आगर मालवा- 13(संक्रमित मरीज), ऑरेंज जोन
24 सीटों पर होना है उपचुनाव
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने में अहम योगदान रहा है ज्योतिरादित्य सिंधिया का जिनके समर्थित विधायकों ने नाराज होकर सिंधिया का साथ दिया बल्कि पार्टी को छोड़कर सरकार भी गिराई. ऐसे में अब उन सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होना है पर वर्तमान में कोरोना वायरस ने इन चुनावों को बीच रास्ते में रोक कर रखा हुआ है.
कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने कहा है कि कोरोना वायरस के बीच चुनाव करवाने के लिए भाजपा सरकार षड्यंत्र रच रही है. कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना की माने तो चुनाव जीतकर भाजपा अपनी सरकार को बचाने के लिए उन इलाकों को ऑरेंज और ग्रीन जोन घोषित कर है जहां पर वर्तमान स्थिति कुछ और कहती है.
कांग्रेस विधायक ने इसे एक बड़ा षड्यंत्र भी बताया है उनका कहना है कि ऑरेंज-ग्रीन जोन को जिस तरह से बांटा गया है वह कहीं से भी ठीक नहीं है और अगर सरकार को लगता है कि उनके द्वारा विभाजित किए गए जोन सही हैं तो इसके लिए श्वेत पत्र लेकर सरकार आए.
इधर कांग्रेस के इस हमले का भाजपा ने भी जवाब दिया है. भाजपा विधायक अशोक रोहाणी का कहना है कि जिन जिलों में कंटेनमेंट कम है उन जिलों को ग्रीन और ऑरेंज जॉन बनाया गया है. इसका उपचुनाव से कोई लेना देना नहीं है.