जबलपुर। रेलवे स्टेशन के बाहर आधा किलो सोने से ट्री गार्ड बनाया गया था. जबलपुर की कदम संस्था जो पौधारोपण के लिए काम करती है. इसी संस्था ने लोगों को पौधरोपण के लिए प्रेरित करने के लिए पूरे शहर से चंदा इकट्ठा कर आधा किलो सोना से ट्री गार्ड बनवाया था. कदम संस्था के सदस्य योगेश गनोरे ने बताया कि सोने के ट्री गार्ड को बनाने के पीछे संस्था का उद्देश्य यह था कि, लोगों को इस बात की समझ होनी चाहिए की पेड़ पौधे हमारे जीवन के लिए सोने से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.
- ट्री गार्ड के 2 छल्ले हुए चोरी
आधा किलो सोने से बने इस ट्री गार्ड में कुल 3 छल्ले थे जो इसे एक ट्री गार्ड का स्वरूप देते थे. लेकिन इनमें से दो छल्ले गायब हैं. यह ट्री गार्ड जबलपुर के रेलवे स्टेशन के बाहर लगा हुआ है. योगेश गनोरे का कहना है कि कुछ दिनों पहले उन्होंने देखा था कि इसमें से एक छल्ला गायब है. और उन्होंने इस बात की लिखित जानकारी रेलवे प्रशासन को दी. लेकिन रेलवे प्रशासन ने इस बाबत कोई जवाब नहीं दिया है. यह ट्री गार्ड जबलपुर की शान है. कदम संस्था ने अपने खर्चे पर इसे वहां लगाया था. इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे की थी. लेकिन रेलवे की सुरक्षा नहीं कर पाया. अब रेलवे इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
20 लाख के ट्री गार्ड को देख लोग हैरान, एक पेड़ को बचाने आधे किलो सोने से किया गया तैयार
- जबलपुर की शान से खिलवाड़
कदम संस्था का दावा है कि पेड़ों की सुरक्षा के लिए सोने का ट्री गार्ड पूरी दुनिया में जबलपुर में ही इकलौता है. लेकिन रेलवे इसकी सुरक्षा नहीं कर पाया. यह जबलपुर की शान के साथ खिलवाड़ है. इस पूरे परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ की है. अब आरपीएफ इस मामले में बोलने से बच रहा है.