जबलपुर। कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने जबलपुर की टेंशन बढ़ा दी है. अकेले रविवार के दिन चार कोरोना से संक्रमित मरीजों का मिलना कहीं न कहीं संस्कारधानी के लिए आलार्मिंग साइन के रूप में देखा जा रहा है. पिछले 1 माह की अगर बात करें तो लगातार कोरोना के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इसके अलावा आने वाले त्योहारों को देखते हुए भी स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है.
जबलपुर में कोरोना के 7 एक्टिव मरीज: खास बात यह है कि आने वाले दिनों में 4 बड़े त्यौहार एक साथ आ रहे हैं. महावीर जयंती से लेकर हनुमान जयंती मुस्लिम समुदाय का पवित्र माह रमजान भी चल रहा है. इसके अलावा परशुराम जयंती भी धूमधाम के साथ मनाई जाएगी. ऐसी स्थितियों में कोरोना की बढ़ती रफ्तार कहीं मुसीबत न बन जाए. इसको लेकर स्वास्थ्य महकमा चिंतित है. फिलहाल जबलपुर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 7 है. जिनमें कुछ को होम आइसोलेशन में रखा गया है तो कुछ का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय संचालक डॉ संजय मिश्रा साफ तौर पर मानते हैं कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार चिंता का सबब है. लिहाजा त्योहारों के दौरान इकट्ठी होने वाली वाली भीड़ से वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रहे हैं.
कोरोना से जुड़ी कुछ और खबरें यहां पढ़ें |
कोरोना प्रोटोकॉल पालन करने की अपील: विभागीय अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के दौरान बड़ी तादाद में भीड़ एकत्रित होती है. फिलहाल सरकार की ओर से भीड़ के न इकट्ठा होने देने के कोई भी स्पष्ट निर्देश नहीं है. लिहाजा कोरोना का प्रोटोकॉल ही बचाव का एकमात्र उपाय है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लगातार सामने आ रहे कोरोना के संक्रमित मरीजों को देखते हुए आने वाले दिनों में जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी सैंपल भेजे जाने की योजना बनाई जाएगी. डॉक्टर संजय मिश्रा के मुताबिक ऐसा नहीं है कि अकेले जबलपुर में ही कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. पूरे देश के हालात कमोवेश एक से हैं. दिल्ली से लेकर अन्य महानगरों में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. फिलहाल कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय यही है कि कोरोना के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाए.