जबलपुर। धान-गेहूं खरीदी में पांच करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है. जिसका खुलासा कलेक्टर के द्वारा ली गई सहकारिता विभाग की बैठक में हुआ. अब कलेक्टर के आदेश के बाद सहकारिता विभाग जल्दी ही पाटन, शहपुरा, बरेला सहित आधा दर्जन सहकारी समितियों के खिलाफ गबन करने के मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करवाएगा. विभाग ने इसके लिए अपना प्रतिवेदन भी तैयार कर लिया है.
कलेक्टर भरत यादव ने एसपी अमित सिंह के साथ सहकारिता विभाग, समिति प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश दिए थे कि ऐसी समितियां जो करोड़ रुपए का गबन कर बैठी हुई हैं. उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए. साथ ही इनके खिलाफ विभागीय जांच भी करवाई जाए.
दरअसल गबन का खुलासा पाटन की सहकारी समिति सरौंद से हुआ था. जहां तीन करोड़ रुपए का गबन 2013 से 2015 के बीच किया गया था. जांच के दौरान यह भी पाया गया कि सरौंद समिति में जमकर अनियमितताएं हुई हैं. उपार्जन में साख सीमा से अधिक का आहरण किया गया. सरौंद सोसायटी में अकेले ही सरकार को दो करोड़ 93 लाख का नुकसान हुआ है. जिसके बाद समिति प्रबंधक प्रेम नारायण सहित एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ गबन के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है.