जबलपुर। इन दिनों किसान धान की रोपाई कर रहे हैं, लेकिन फसल के खराब होनी की चिंता किसानों को अभी ले सताने लगी है. किसान केंद्र सरकार से नाखुश नजर आ रहा है. किसानों का कहना है कि केंद्र या राज्य सरकार ने अभी तक ऐसी कोई भी योजना नहीं बनाई है, जिससे किसानों को हुए नुकसान की भरपाई हो सके. किसानों की मांग है कि सरकार तेलंगाना मॉडल पर फसल लागत बीमा योजना प्रदेश में भी लागू करे.
भारतीय किसान संघ के किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार ने जो किसान सम्मान निधि योजना लागू की है, वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है. किसानों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले सराकर ने तेलंगाना मॉडल पर आधारित फलस लागता बीमा लागू करने का वादा किया. तेलंगाना सरकार किसानों को प्रति एकड़ लागत देती है. अगर यह फार्मूला लागू किया जाता तो खेती लाभ का धंधा बन जाती, लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं किया.
किसानों का कहना है कि पीएम मोदी ने पिछले कार्यकाल में एक घोषणा की थी की 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करनी है. लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब दोबारा शपथ लेंगे तो किसानों से जुड़ी कुछ बड़ी घोषणाएं करेंगे, लेकिन किसानों का कहना है उन्हें जो उम्मीद थी वैसा कुछ नहीं हुआ. ऐसे किसान केंद्र सरकार ने नाराज है.